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MUMBAI. अपनी कॉमेडी और एक्टिंग के दम पर हिंदी सिनेमा में एक अलग पहचान बनाने वाले जॉनी वॉकर की आज 11 नवंबर को 96वीं बर्थ एनिवर्सरी है। मशहूर कॉमेडियन का जन्म 11 नवंबर 1926 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। बहुत ही कम लोग जानते होंगे कि जॉनी का असली नाम बदरुद्दीन जमालुद्दीन काजी था। लेकिन बाद में गुरुदत्त ने उनका नाम अपने फेवरेट व्हिस्की ब्रांड के नाम पर "जॉनी वॉकर" रख दिया था। जॉनी ने गुरुदत्त के इस नाम को अपना लिया था फिर वह इसी नाम मशहूर हो गए थे।
मुंबई में की बस कंडक्टर की नौकरी
बताया जाता है कि जॉनी के घर की स्थिति बिल्कुल भी ठीक नहीं थी इसलिए उन्हें बहुत ही छोटी उम्र से काम करना पड़ा था। वह इंदौर स्थित एक फैक्ट्री में काम करते थे लेकिन बाद में ये फैक्ट्री बंद हो गई थी। इसके बाद जॉनी अपने परिवार के साथ मुंबई आ गए थे। यहां पर उन्होंने अपने परिवार का पेट भरने के लिए बस कंडक्टर की नौकरी की। उन्हें हर महीने 26 रुपए मिलते थे। बस में जॉनी यात्रियों को इंटरटेन करते थे। बस में ही बलराज साहनी नाम के शख्स ने उनके हुनर को देखा और इसकी जानकारी गुरु दत्त के दी। गुरुदत्त, जॉनी से मिले और उन्होंने उसे शराबी की एक्टिंग करने की बात कही। गुरुदत्त को उनकी एक्टिंग काफी पसंद आई। खुश होकर गुरुदत्त ने जॉनी को फिल्म बाजी में रोल दिया। इसके बाद जॉनी ने एक के बाद एक कई फिल्में दी।
संडे के दिन नहीं करते थे काम
फिल्म इंडस्ट्री में छुट्टी का कोई दिन नहीं होता था। ऐसे में जॉनी फिल्म इंडस्ट्री के पहले ऐसे एक्टर थे, जिन्होंने संडे की छुट्टी लेना शुरू किया था। उस समय जॉनी के पास काम की कमी नहीं हुआ करती थी उन्हें हर दिन फिल्म के लिए शूटिंग करनी होती थी। इस बीच उन्होंने संडे फैमिली के साथ बिताने का फैसला किया और संडे की छुट्टी लेना शुरू कर दिया।
जॉनी 300 से ज्यादा फिल्मों में कर चुके हैं काम
जॉनी ने लगभग 300 फिल्मों में काम किया है। सभी फिल्मों में उन्होंने एक से बढ़कर एक किरदार प्ले किया है। इसमें जाल,टैक्सी ड्राइवर, मुधमती,आंधियां, नया दौर, कागज के फूल, गेटवे ऑफ इंडिया,मेरे महबूब,साईआईडी,मिस्टर एक्स समेत कई अन्य फिल्में शामिल है। जॉनी ने 29 जुलाई 2003 को दुनिया से अलविदा कह दिया था।