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पोर्नोग्राफी केस में राज कुंद्रा को गिरफ्तारी के दो महीने बाद मुंबई की अदालत से जमानत मिल गई है। राज के बिजनेस में उनके जीजा प्रदीप बक्शी भी शामिल थे लेकिन वे अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं क्यों कि वे लंदन में हैं। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, राज ‘हॉटशॉट्स’ ऐप से हुई कमाई को अपने जीजा प्रदीप बक्शी के अकाउंट में डालता था और जब राज ने कंपनी छोड़ी तो अपने निवेश के बदले में ऐप का सारा डेटा भी प्रदीप को ही दिलवाया। पुलिस इन सारे आर्थिक लेनदेन के डेटा और स्टेटमेंट से इस नतीजे पर पहुंची है कि राज के देखरेख में ही ये ऐप बनाया गया, ऐप पर सारे कंटेंट अपलोड किए गए, उसकी रेवेन्यू प्रदीप की कंपनी के खातों में ट्रांसफर की गई।
राज कंपनी के डायरेक्टर थे
चार्जशीट के अनुसार राज कुंद्रा ने ‘हॉटशॉट्स’ ऐप बनवाया और जब काम पूरा हो गया तो 7 महीने बाद डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया। राज के तत्कालीन पार्टनर सौरभ कुशवाहा ने पुलिस को बताया कि राज ने ऐप बनवाने के लिए उसकी टेक्निकल रूप से मदद की थी। राज ने ऐसी स्थिति बनाई कि ऐप की बिक्री प्रदीप बक्शी को करनी पड़े। इस सेल एग्रीमेंट के बदले में कोई पेमेंट की एंट्री कंपनी के बैंक अकाउंट में नहीं की गई। 5 फरवरी 2019 को राज ने सौरभ कुशवाहा के साथ मिलकर ‘Armsprime’ कंपनी बनाई थी। इस कंपनी में राज का 35% और सौरभ का 36% हिस्सा था। राज कंपनी के डायरेक्टर थे। जून 2019 में हॉटशॉट्स ऐप बनवाया गया।
पुलिस की जांच
राज ने क्लेम किया कि कंपनी में उसका 87 लाख रुपये का निवेश है। यह रकम उसे लौटाई जाए या हॉटशॉट्स ऐप का सर्वर डेटा समेत सारा डेटा प्रदीप बक्शी के अधिकार में सौंपा जाए। Armsprime की तरफ से 25,000 डॉलर में प्रदीप बक्शी की कैनरिन कंपनी को ‘हॉटशॉट्स’ ऐप बेचा गया लेकिन पुलिस को इस अकाउंट की कोई एंट्री Armsprime के बैंक खाते में नहीं मिली। सौरभ कुशवाहा को इस केस में गवाह बनाया गया है।
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