MUMBAI. भारतीय सिनेमा की पहली ड्रीम गर्ल यानी देविका रानी का आज ( 30 मार्च) को 115वां जन्मदिन है। देविका का जन्म 30 मार्च 1908 को विशाखापटनम में हुआ था। बड़े पर्दे पर पहली बार देविका ने 4 मिनट लंबा किसिंग सीन दिया था। जिस जमाने में भारत की महिलाएं घर की चारदीवारी के अंदर भी घूंघट में मुंह छुपाए रहती थीं, उस समय देविका रानी ने चलचित्रों में काम करके अदम्य साहस का प्रदर्शन किया था। देविका फिल्म इंडस्ट्री की पहली महिला थी, जिन्हें पद्यश्री अवार्ड से नवाजा गया था।
हिन्दी सिनेमा की पहली ड्रीम गर्ल थी देविका
देविका ने फिल्म कर्मा से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। ये फिल्म 1933 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। देविका ने अपनी पहली ही फिल्म में लोगों को अपना दीवाना बना लिया था। उन्होंने इस फिल्म में चार मिनट लंबा किसिंग सीन किया था। ये उस समय की बात है जब फिल्मों में इस तरह के सीन बिल्कुल भी नहीं दिखाए जाते थे। देविका ने दस साल के फिल्मी करियर में 15 फिल्मों में काम किया है।
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देविका ने फिल्म मेकर हिमांशु से की थी शादी
1929 में देविका ने फिल्म मेकर हिमांशु रॉय से शादी की थी। दरअसल इंग्लैंड में कुछ साल रहकर उन्होंने रॉयल अकादमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट में एक्टिंग की पढ़ाई की। यहीं पर उनकी मुलाकात हिमांशु से हुई थी। हिमांशु मैथ्यू अर्नाल्ड की कविता लाइट ऑफ एशिया के आधार पर इसी नाम से एक फिल्म बनाकर अपनी पहचान बना चुके थे। हिमांशु से शादी के बाद देविका मुंबई आ गए। मुंबई आने के बाद हिमांशु और देविका ने मिलकर बांबे टॉकीज की स्थापना की और फिल्म जवानी की हवा का निर्माण किया। 1935 में यह फिल्म सफल रही।