अमिताभ बच्चन ने साल 1969 में फिल्म सात हिंदुस्तानी से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। उनको फिल्म इंडस्ट्री में 55 साल हो गए हैं और इस दौरान उन्होंने 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है।
जंजीर ( 1973 )
प्रकाश मेहरा को जब दिग्गज नायकों ने यह फिल्म करने से मना कर दिया था, तो हारकर उन्होंने अमिताभ को चुना। प्राण के साथ जब अमिताभ ने पहला शॉट दिया तो प्राण ने मेहरा को कोने में ले जाकर कह दिया कि यह लड़का सुपरस्टार बनेगा।
दीवार ( 1975 )
उस समय हीरो नकारात्मक भूमिका निभाना पसंद नहीं करते थे। ‘दीवार’ में अमिताभ का चरित्र ग्रे-शेड लिए हुए था। अपने ईमानदार और आदर्श भाई के मुकाबले वह अपराध की दुनिया चुनता है। उसके इस कदम से नाखुश उसकी मां भी उसका साथ छोड़ देती है। नकारात्मक भूमिका होने के बावजूद दर्शकों की सहानुभूति अमिताभ बटोर लेते हैं।
शोले (1975 )
हिंदी फिल्मों की सफलतम फिल्मों में से एक ‘शोले’ में जय और वीरू की जोड़ी ने गजब ढा दिया था। वीरू के मुकाबले में जय कम बोलता था। अमिताभ बच्चन ने बिना संवाद बोले अपनी आंखों और चेहरे के भावों के जरिए कई दृश्यों को यादगार बना दिया। फिल्म में जया बच्चन के साथ उनका रोमांस सिर्फ खामोशी के जरिए बयां हुआ।
कुली ( 1983)
अमिताभ बच्चन की यह फिल्म साल 1983 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी। यह एक एक्शन कॉमेडी फिल्म थी, जिसका निर्देशन मनमोहन देसाई ने किया था और इसे कादर खान ने लिखा था। फिल्म में अमिताभ बच्चन ने इकबाल असलम खान की भूमिका निभाई थी।
अंधा कानून ( 1983 )
अमिताभ बच्चन की यह फिल्म 1983 की पांचवीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी। यह एक एक्शन फिल्म थी, जिसका निर्देशन टी. रामा राव ने किया था। फिल्म में अमिताभ बच्चन के अलावा रजनीकांत, हेमा मालिनी, रीना रॉय भी मुख्य भूमिकाओं में नजर आई थीं।
नास्तिक
अमिताभ बच्चन की यह फिल्म 1983 की दसवीं सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी। यह भी एक एक्शन ड्रामा फिल्म थी, जो विनोद दोशी द्वारा निर्मित और प्रमोद चक्रवर्ती द्वारा निर्देशित थी।