20 जुलाई 1969
अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग और साथी एस्ट्रोनॉट बज ऑल्ड्रिन ने आज ही के दिन 1969 में चांद पर कदम रखा था। यह पहला मौका था जब किसी इंसानी कदम ने धरती के एक मात्र प्राकृतिक उपग्रह चंद्रमा को छुआ था।
अपोलो 11 लूनर मिशन
यूएस अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपोलो 11 लूनर मिशन के तहत दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को चांद पर भेजा था। इस खास दिन को याद करने और सेलिब्रेट करने के लिए हर साल 20 जुलाई को इंटरनेशनल मून डे के रूप में मनाया जाता है।
1. अपोलो 13
1995 में आई यह हॉलीवुड ड्रामा फिल्म है। टॉम हैंक्स, बिल पैक्सटन, केविन बेकन और कैथलीन क्विनलान का अभिनय सभी बेहतरीन हैं। यह फिल्म इतिहास की कुछ बेहतरीन संवादों को भी पेश करती है। इस फिल्म की कहानी सच्ची घटना अपोलो 13 चंद्र मिशन पर आधारीत है।
2. 2001: ए स्पेस ओडिसी
स्टैनली कुब्रिक द्वारा निर्मित और निर्देशित फिल्म 2001 आई थी। ए स्पेस ओडिसी को साइंस-फिक्शन कैटेगरी के अब तक सबसे प्रभावशाली फिल्मों में से एक माना जाता है। यह फिल्म आर्थर सी. क्लार्क के शॉर्ट फिल्म द सेंटिनल से प्रेरित है।
3. फॉर ऑल मैनकाइंड
अल रीनर्ट द्वारा निर्देशित फिल्म फॉर ऑल मैनकाइंड 1960 के अपोलो कार्यक्रम पर आधारित है। मिशनों और अंतरिक्ष यात्रियों के इंटरव्यूज की रियल फुटेज पर बनी यह डॉक्यूमेंट्री 1989 में आई थी। फिल्म के लिए सामग्री कलेक्ट करते वक्त रीनर्ट ने छह मिलियन फीट से अधिक की फिल्म देखी।
4. ए ग्रैंड डे आउट
ए ग्रैंड डे आउट 1989 की एक स्टॉप-मोशन फिल्म है जिसमें वालेस और ग्रोमिट जैसे किरदार हैं। बहुत सोचने के बाद वे अपनी बैंक की छुट्टियां बिताने के लिए चांद पर जाने का फैसला करते हैं।
5. द लास्ट मैन ऑन द मून
अपोलो 11 मिशन के केवल तीन साल बाद 1972 में जीन सेर्नन चंद्रमा पर चलने वाले 12वें और आखिरी व्यक्ति बने। 'द लास्ट मैन ऑन द मून' सर्नन की कहानी है। यह ज्यादातर उनके और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साक्षात्कार से बनाई गई है।