/sootr/media/media_files/2025/11/19/madhya-pradesh-bhimbetka-caves-unesco-world-heritage-site-2025-11-19-16-32-44.jpg)
/sootr/media/media_files/2025/11/19/aman-vaishnav-2025-11-19-15-47-03.jpg)
भीमबेटका की गुफा
भीमबेटका गुफाएं: भीमबेटका की गुफाएं हमारी धरती पर इंसानों के रहने की सबसे पुरानी जगहों में से एक हैं। जहां हमारे पुरखों ने पेंटिंग की शुरुआत की थी।
/sootr/media/media_files/2025/11/19/aman-vaishnav-1-2025-11-19-15-49-30.jpg)
हजारों साल पुरानी पेंटिंग
इन गुफाओं की दीवारों पर आदिमानव ने जो पेंटिंग बनाई थीं वे आज भी वैसे की वैसी दिखाई देती हैं।
/sootr/media/media_files/2025/11/19/aman-vaishnav-7-2025-11-19-16-02-52.jpg)
पेंटिंग्स पर कलाकारी
इन पेंटिंग्स में आदिमानव ने अपने रोजमर्रा के जीवन को दर्शाया है। घोड़ों और हाथियों पर शिकार करते हुए, नाचते-गाते हुए और जानवरों के साथ लड़ते हुए लोगों को देख सकते हैं।
/sootr/media/media_files/2025/11/19/aman-vaishnav-3-2025-11-19-15-54-53.jpg)
अलग-अलग समय की कहानियां
यहां की पेंटिंग्स सिर्फ एक ही समय की नहीं हैं। इनमें पुरापाषाण काल से लेकर मध्यकाल तक की कहानियां मिलती है।
/sootr/media/media_files/2025/11/19/aman-vaishnav-4-2025-11-19-15-57-23.jpg)
यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल
भीमबेटका की गुफा दुनिया भर में फेमस है। इसलिए इसे साल 2003 में यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया।
/sootr/media/media_files/2025/11/19/aman-vaishnav-2-2025-11-19-15-53-01.jpg)
भीम से जुड़ा नाम
माना जाता है कि पांडवों के वनवास के दौरान भीम यहां बैठे थे इसलिए इसे भीम बैटका कहा जाता है।
/sootr/media/media_files/2025/11/19/aman-vaishnav-8-2025-11-19-16-06-13.jpg)
एक साथ 700 से ज्यादा गुफाएं
mp tourism: भीमबेटका का पूरा परिसर एक जगह नहीं है (मध्य प्रदेश टूरिस्ट) बल्कि इसमें करीब 700 से ज्यादा Rock Shelters फैले हुए हैं। जिनमें से लगभग 15 गुफाएं ही पर्यटकों के लिए खुली हैं।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us