आपको बता दें कि सदर मंजिल में 22 कमरे और एक दरबार हॉल है।
फाइव स्टार सुविधाओं वाले इस होटल में फिनिशिंग का काम अपने अंतिम चरण में है।
1898 में नवाब शाहजहां बेगम के बनवाए इस भवन में इंडो वेस्टर्न, यूरोपियन कला का मेल दिखता है।
दरअसल भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड ( बीएससीडीसीएल ) ने 2017 में रिनोवेशन का कार्य शुरू किया था।
इसे पुराने रूप में लाने के लिए कई पुरानी फोटो और इतिहास के विशेषज्ञों की मदद ली गई।
नवाब शाहजहां बेगम ने 1898 में सदर मंजिल का निर्माण कराया। इसकी डिजाइन दिल्ली के लाल किले के दीवान-ए-खास से मिलती है।
5 साल पहले बीएमसी का दफ्तर भी यहां से शिफ्ट हो गया। तब से स्मार्ट सिटी के द्वारा इसका जीर्णोद्धार कराया जा रहा है।
स प्राचीन इमारत को संवारने का काम पुरातत्व विशेषज्ञों की देखरेख में किया जा रहा है।
ताकि इमारत के मूल स्वरूप को कोई नुकसान न पहुंचे।