मशहूर गायक सोनू निगम आज 51 साल के हो गए हैं। उनका जन्म 30 जुलाई 1973 को हुआ था। सुरों के सरताज सोनू निगम के गाए हुए कुछ गाने लोगों की प्लेलिस्ट में आज भी शामिल है।
नए गाने आते जाते हैं। लेकिन निगम के गानों की जगह उस प्लेलिस्ट में बनी रहती है। उदाहरण के तौर पर ये दिल दीवाना, संदेशे आते हैं, अभी मुझमें कहीं और मैं अगर कहूं समेत कई गानों को लिया जा सकता है।
आपको बता दें कि उन्होंने हिंदी के साथ- साथ कन्नड़, बंगाली, मराठी, तेलुगु, तमिल, ओडिया, भोजपुरी, गुजराती, मलयालम, नेपाली, तुलु, छत्तीसगढ़ी, मैतेई समेत कई भारतीय भाषाओं में भी गाना गाया है।
सोनू निगम का जन्म 30 जुलाई 1973 को हरियाणा के फरीदाबाद में हुआ था। उनके पिता अगम कुमार निगम भी एक गायक थे।
बहुत कम उम्र में ही सोनू ने अपने पिता के साथ मंच पर गाना शुरू कर दिया था।
सोनू निगम ने महज चार साल की उम्र में ही पहली बार मंच पर क्या हुआ तेरा वादा गाना गाया था। इसके बाद उन्होंने पिता के साथ कई बार मंच पर परफॉर्म किया।
सोनू निगम ने अपनी संगीत की शिक्षा के लिए मुंबई का रुख किया। मुंबई में उन्हें पहले कुछ साल संघर्ष से भरे रहे, लेकिन उनकी कड़ी मेहनत और संकल्प ने उन्हें आगे बढ़ाया।
1990 के दशक के शुरुआत में सोनू ने कई टी-सीरीज के भजनों और कवर गीतों में अपनी आवाज दी।
सोनू निगम ने अपने सिंगिंग करियर का पहला गाना फिल्म जानम ( 1990 ) के लिए गाया था। लेकिन ये फिल्म कभी रिलीज नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने डीडी 1 के शो तलाश का गाना हम तो छैला बन गए गाया।
टीवी के बाद उनका पहला फिल्म सॉन्ग बना गाना आज मेरी जान ( 1993 ) जो फिल्म ओ आसमान वाले के लिए था। हालांकि, 1992 में आया उनका एल्बम रफी की यादें ने उन्हें एक पहचान दी।
सोनू निगम को फिल्म बेवफा सनम' (1995) के गाने अच्छा सिला दिया ने बड़ी सफलता दिलाई थी। उनके करियर में ये गाना मील का पत्थर साबित हुआ था।
इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 1997 में फिल्म 'बॉर्डर' का गाना "संदेशे आते हैं" उनकी करियर को और ऊंचाइयों पर ले गया।
सोनू निगम ने अपने करियर में कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें फिल्मफेयर, आईफा, और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार शामिल हैं।
उनके योगदान को देखते हुए, उन्हें 2022 में पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया। सोनू निगम के सिंगिंग का सफर मेहनत और अपार प्रतिभा का प्रमाण है।