हेल्थ डेस्क. कोरोना की तीसरी लहर में हर दिन 2 लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (omicron) के मामले भी 9 हजार के करीब पहुंच चुके हैं। आम इंसान को तो ओमिक्रॉन ज्यादा इफेक्ट नहीं कर रहा, लेकिन डायबिटीज (Diabetes) या किसी अन्य बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए ये घातक हो सकता है। ऐसे में एक्सपर्ट्स भी सलाह दे रहे हैं कि अगर कोई व्यक्ति इंसुलिन, इनहेलर या किसी भी तरह का इलाज ले रहा है तो उसे ज्यादा सावधान रहना चाहिए।
डायबिटीज मरीजों के लिए घातक ओमिक्रॉन: कोरोना के नए वैरिएंट के बीच डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि डायबिटीज के मरीजों का इम्यूनिटी लेवल कम होता है। ऐसे लोगों को इंसुलिन लेने और वैक्सीनेट होने की जरूरत है। ज्यादातर डायबिटीज के मरीज मोटापे से परेशान होते है। मोटापे की समस्या कोविड 19 के खतरे को और बढ़ा सकती है। ऐसे में उन्हें अपना वजन कंट्रोल करने और नियमित रूप से एक्सरसाइज करने की जरूरत है।
खानपान का रखें विशेष ध्यान: अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करके डायबिटीज को कंट्रोल करके ओमिक्रॉन या कोरोना के खतरे से बच सकते हैं। दवा और आहार के अलावा, कुछ जड़ी-बूटियां और मसाले आपके ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
अदरक: अदरक हर रसोई में आसानी से मिल जाता है और विशेषज्ञों का कहना है कि यह इंसुलिन स्राव को नियंत्रित करने में भी मदद करता है, इसलिए आपको अपनी डाइट में अदरक का सेवन करना चाहिए। ये इम्यूनिटी को मजबूत करता है। कच्चा अदरक या सोंठ हमेशा पके हुए रूप में खाना बेहतर होता है।
मेथी : मेथी दाना या मेथी की भाजी शुगर को नियंत्रित करने में काफी कारगर मानी जाती है। यह शरीर में ग्लूकोज टॉलरेंस को बेहतर बनाने में मदद करती है। इसमें हाई फाइबर पाए जाते है और पाचन को धीमा करके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है। इसके अलावा प्रतिदिन दालचीनी का सेवन करने से डायबिटीज को दूर रखा जा सकता है। ये शरीर में इंसुलिन गतिविधि को ट्रिगर करता है और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाता है।