RAIPUR. अब मरा हुआ व्यक्ति जीवित व्यक्ति को नया जीवन देगा, आप सोच रहे होंगे ये कैसा हो सकता है, लेकिल ये सच है। अब जले हुए मरीज को मृत व्यक्ति की दान हुई त्वचा से नया जीवन दिया जा सकेगा, इसके लिए छत्तीसगढ़ में पहला स्किन बैंक बनकर तैयार है। इस बैंक के खुलने से 80 प्रतिशत तक जले मरीजों को जीवनदान मिल सकेगा। वहीं त्वचा दान करने के लिए 8839188491 नंबर जारी किया गया है।
18+ लोग कर सकते हैं त्वचा दान
राजधानी रायपुर के दाऊद कल्याण सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में त्वचा बैंक बनाया गया है। इस हॉस्पिटल में बनाए गए स्किन बैंक में 18 साल के ऊपर आयु के लोग त्वचा दान कर सकते हैं। हॉस्पिटल ने त्वचादान करने के लिए कुछ नियम बनाए हैं, जिनमें फिट बैठने पर ही त्वचा का दान किया जा सकता है। डॉक्टर्स के मुताबिक जले हुए मरीजों के रिकवरी दर में बढ़ोत्तरी होगी। स्किन बैंक में पांच सालों तक त्वचा को रखा जा सकता है। किसी व्यक्ति की मौत के 6 घंटे के अंतर त्वचा दान कर सकते हैं। मधुमेह और उच्च रक्तचाप वाले व्यक्ति भी त्वचा का दान कर सकता है। वहीं एड्स, हेपेटाइटिस B और C, यौन संचारित रोग, त्वचा कैंसर, सक्रिय त्वचा रोग, सेफ़्टीसीमीया वाले व्यक्ति त्वचा दान नहीं कर सकते।
क्या है स्किन बैंक ?
स्किन बैंक एक ऐसा बैंक है, जहां मृत व्यक्ति की त्वचा को संरक्षित किया जाता है और उसका उपयोग दूसरे जले हुए लोगों को ठीक करने के लिए किया जाता है। इस बैंक में व्यक्ति की मृत्यु के 6 घंटे के भीतर त्वचा का दान किया जा सकता है। इसके लिए परिवार की अहम भूमिका होती है। बैंक में त्वचा को 85 प्रतिशत ग्लिरॉल के घोल में संरक्षित किया जाता है। 4-5 डिग्री सेल्सियस तापमान पर इसे 5 साल की अवधि के लिए स्टोर किया जाता है।
क्या है प्रक्रिया ?
स्किन बैंक की टीम डोनर के घर अस्पताल या मुर्दाघर में जाएगी जहां डोनर को रखा गया है दोनों को ऑपरेशन रूम हॉस्पिटल एंबुलेंस में शिफ़्ट करने की आवश्यकता नहीं है पूरी प्रक्रिया में 30-45 मिनट लगते हैं।