/sootr/media/post_banners/cca877a5823ea92e412398a1aa00b33b84abe09d312979ddc3cc1bc421485b64.jpeg)
योगेश राठौर, INDORE. वर्ल्ड ब्रीदिंग डे पर वियतनाम में आयोजित कार्यशाला में 11 अप्रैल को इंदौर के जीतू शर्मा को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। अंतर्राष्ट्रीय श्वास दिवस पर आयोजित कार्यशाला में उनके द्वारा अच्छी श्वास लेने के फायदों के साथ कैसे हम तनाव और चिंता, भय, भूलने की बीमारी, नींद नहीं आने की शिकायत, ब्लडप्रेशर,अस्थमा जैसी तमाम परेशानियों से ब्रीदिंग एक्सरसाइज के जरिए इन बीमारियों से बचा जा सकता है और श्वास प्रणाली पर नियंत्रण के साथ उत्तम स्वास्थ्य और निरोगी जीवन जिया जा सकता है।
आदमी जितनी कम सांसें लेता है, उतना स्वस्थ्य रहता है
जीतू शर्मा ने कहा कि आदमी जितनी कम सांसें लेता है, उतना स्वस्थ्य रहता है। हम प्राणायाम तो शुरू कर देते है, लेकिन उसके पहले सांस केसे लेते है। इसकी प्रैक्टिस नहीं करते, इसलिए प्राणयाम का उतना फायदा नहीं मिलता है। उल्टा कई बार इसका नुकसान भी हो सकता है। सांस लेने की कई एक्सरसाइज हैं, जिसे रोज किया जाए तो हमारी सांसें व्यवस्थित हो जाती है। इसको विस्तृत में समझाने के लिए मुझे वियतनाम के योग सेंटर में आयोजित कार्यशाला में आमंत्रित किया गया है। मैंने सांसों पर, सिलिपिंग टेक्निक, योग निद्रा ,मेडिटेशन और योग के अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई कोर्स किए हैं।
ये खबर भी पढ़ें...
दुनिया भर में 10 में से 9 लोग प्रदूषित हवा में सांस ले रहे हैं
शर्मा ने कहा की बढ़ते प्रदूषण से दुनिया के कई हिस्सों में वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से उच्च बना हुआ है। WHO के नए डेटा से पता चलता है कि 10 में से 9 लोग उच्च स्तर के प्रदूषकों वाली हवा में सांस लेते हैं। अद्यतन अनुमानों से पता चलता है कि परिवेशी (बाहरी) और घरेलू वायु प्रदूषण के कारण प्रति वर्ष 7 मिलियन लोगों की खतरनाक मृत्यु हो जाती है। बढ़ते वायु प्रदूषण पर तत्काल सचेत नहीं होते तो हम स्वस्थ्य जीवन की कामना नहीं कर सकते। स्वच्छ हवा के साथ ब्रीदिंग एक्सरसाइज के प्रति आम जन को जागरूक होना आज के आवश्यकता बन गई है।
क्यों है ब्रीदिंग एक्सरसाइज जरूरी?
कोरोना वायरस की दस्तक के बाद स्वास्थ्य के प्रति लोगों की सोच में बड़ा बदलाव आया है। जब कोविड का आतंक बढ़ा हुआ था, उस दौरान लोगों ने दवाओं के साथ काढ़ा जैसे कई घरेलू नुस्खे आजमाएं, लेकिन इस घातक बीमारी से लड़ने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज सबसे कारगर उपाय साबित हुआ है। क्या आप जानते हैं कि अच्छे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए बहुत पहले से वर्ल्ड ब्रीदिंग डे यानी विश्व श्वास दिवस मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) हर साल 11 अप्रैल के दिन वर्ल्ड ब्रीदिंग डे मनाता है। इसके जरिए लोगों को ये समझाने एवं ब्रीदिंग एक्सरसाइज के प्रति जागरूक करने की कोशिश की जाती है कि मानव सभ्यता एक साथ आकर सभी के लिए लंबे और स्वस्थ जीवन के लिए प्रयास करे।