NEW DELHI. एक बार फिर कोरोना लौट रहा है। लंबे समय से कोरोना को लेकर कोई गंभीर खबर नहीं सामने आई थी परिणाम स्वरुप लोगों ने भी इससे जुड़े सभी एहतियात बरतना कम कर दिया था। लेकिन एक बार फिर कोरोना ने डराना शुरु किया है। बीते कुछ हफ्तों से संक्रमण फिर बढ़ने लगा है। बताया जा रहा है कि इस बार कोरोना का एक नया सब वैरियंट मुश्किल बढ़ा रहा है।
8 महीने बाद फिर दहशत!
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी किए गए बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 7,800 से ज्यादा मामले सामने आए हैं।करीब 8 महीने बाद सामने आए इस बड़े आंकडे़ ने फिर चिंता की में डाल दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मंगलवार (11 अप्रैल) को देशभर में कोरोना के कारण 16 लोगों की मौत भी हुई है। वहीं संक्रमण दर भी 3.65 फीसदी पर आ गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक डराने वाली बात ये भी सामने आई है कि ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट XBB.1.16 में म्यूटेशन हो गया है। अब इसका एक और नया सब-वैरिएंट XBB.1.16.1 सामने आ गया है।
जानिए भारत में पहली बार कहां मिला था XBB.1.16.1
देश में कोरोना के मामलों की जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए (INSACOG) है। इसके मुताबिक म्यूटेटेड सब-वैरिएंट XBB.1.16.1 के 234 मामले सामने आए हैं। इस नए सब-वैरिएंट के मामले देश में दिल्ली, गुजरात और हरियाणा समेत 13 राज्यों में मामले सामने आए हैं।
क्या है XBB.1.16.1 सब वैरिंयट
- आपको बता दें कि हर वायरस म्यूटेट होता है। म्यूटेशन के कारण ही इसके नए वैरिएंट सामने आते हैं। कोरोना के मामलों में भी यही म्यूटेशन परेशानी का सबब बना है। देश में कोरोना के जो मामले बढ़ रहे हैं, उसके लिए ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट XBB.1.16 को जिम्मेदार माना जा रहा है।
कितना खतरनाक है XBB.1.16.1?
- फिलहाल अभी तक इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि XBB.1.16.1 कितना घातक है या इससे किसी तरह के कोई गंभीर हालत बन सकते हैं।
XBB.1.16 के क्या हैं लक्षण?
- INSACOG ने बताया कि भारत में अभी कोरोना के जितने मामले सामने आ रहे हैं, उनमें से 38 फीसदी मामले XBB.1.16 सब-वैरिएंट के हैं।
देश में फिर आएगी कोरोना की नई लहर?
- देश में एक बार फिर कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं जिससे की इस की संभावना बढ़ गई है कि क्या देश में फिर से कोरोना की नई लहर आने वाली है? हालांकि जानकारों का कहना है कि अभी इस मामले में कुछ भी बता पाना जल्दबाजी होगी।
सतर्कता है जरुरी
- नया वैरियंट गंभीर नहीं है तो इसका मतलब ये कतई नहीं है कि लोग बेफिक्र हो जाएं। डॉक्टरों का कहना है कि सतर्कता रखना बेहद जरुरी है। लोगों को अब भी मास्क का उपयोग करना चाहिए और दो गज की दूरी का पालन करना चाहिए।