वायरल फीवर यानी मौसमी बुखार का सीजन आ चुका है। खांसी और जुकाम ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा रखी है । ऐसे में अपनी इम्यूनिटी को बूस्ट रखना बहुत जरूरी है। हेल्थ एक्सपर्ट्स ऐसे सात सुपरफूड के बारे में बताते हैं जिनसे इम्यून सिस्टम को तेज किया जा सकता है ।
1 -गिलोय
कोरोना संकट के दौरान भारतीयों ने गिलोय की ताकत को पहचानना शुरू किया है। गिलोय एंटीऑक्सीडेंट का ऐसा पावहाउस है जो कई तरह की बीमारियों को जड़ से से मिटाने का दम रखता है। गिलोय को बुखार, डायबिटीज, आर्थराइटिस, खराब डायजेशन, एन्जाइटी और अस्थमा जैसी बीमारियों में भी बड़ा कारगर बताया जाता है।
2- वीट ग्रास
वीट ग्रास यानी दूब की घास में बहुत ज्यादा मात्रा में फाइबर, विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं। इसके पौधे को भी आप बड़ी आसानी से घर में उगा सकते। यह न सिर्फ डायजेशन के लिए अच्छी है, बल्कि लाल रक्त कोशिकाओं, पोटेशियम और इलेक्ट्रोलाइट के प्रोडक्शन में भी मददगार है। ये सब चीजें मिलकर बॉडी के फंक्शन को दुरुस्त रखती हैं।
3- तुलसी
किसी भी घर के आंगन में तुलसी आपको बड़ी आसानी से देखने को मिल जाएगी। लोग न सिर्फ इसके औषधीय गुणों का लाभ लेते हैं, बल्कि हिंदू धर्म में इसकी पूजा भी की जाती है। तुलसी के पत्ते कील-मुंहासों में भी काम आते हैं। ये डायबिटीज, कैंसर, रेस्पिरेटरी डिसॉर्डर और क्रॉनिक फीवर में बड़ा फायदा पहुंचाती।
4- अंजीर
अगर आप अभी तक अंजीर के फायदों से वाकिफ नहीं हैं तो बाजार से आज ही इसे घर ले आइए। यह फल न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन होता है, बल्कि अपनी हाई न्यूट्रिशनल वेल्यू की वजह से भी खाया जाता है। इसे खाने से ब्लड प्रेशर, कैंसर, डायबिटीज और हार्ट डिसीज जैसी बीमारियों का जोखिम कम होता है। कुछ लोग वजन घटाने के लिए भी इसे डाइट में लेते हैं।
5- एलोवेरा
एलोवेरा के चमत्कारी गुणों के बारे में आपने कई बार सुना होगा। कई लोग तो इसका पौधा ही घर में उगा लेते हैं। विटामिन और मिनरल से भरपूर एलोवेरा एलोवेरा स्किन, डायजेशन और डिटॉक्सीफिकेशन में भी बड़ा फायदा देता है। इसमें नैचुरल एंटीबायोटिक्स, एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल तत्व पाए जाते हैं जो वायरल इंफेक्शन में राहत दे सकते हैं।
6- किसमिश
आपको जानकर हैरानी होगी कि किशमिश कैंसर, धमनी रोग, एलर्जी और ब्लड प्रेशर की समस्या में भी फायदा पहुंचाती है। रोजाना मुट्ठीभर किशमिश खाने से आपको वायरल और ऑटो इम्यून डिसीज की दिक्कत नहीं होगी।
7- पपीते का पत्ता
पपीते के पत्ते कड़वे जरूर होते हैं, लेकिन इसके गुणकारी तत्वों का लाभ उठाने के लिए आपको इन्हें बर्दाश्त करना ही होगा। पपीते के पत्ते डेंगू के बुखार में बड़े फायदेमंद माने जाते हैं। इसका जूस निकालकर पीने से शरीर का प्लेटलेट काउंट बढ़ता है। आप डेंगू के साथ-साथ मलेरिया या चिकनगुनिया के बुखार में भी इसका सेवन कर सकते हैं। इसके कड़वेपन को दूर करने के लिए आप खीरा या अंजीर मिलाकर इसकी स्मूदी बना सकते हैं। दरअसल पपीते के पत्ते में कैल्शियम, मैग्नीशियमस, पोटैशियम और आयरन समेत कई तरह के विटामिन पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को रोगों से दूर रखने का काम करते हैं।