दमोह. मध्यप्रदेश के पथरिया से बसपा विधायक रामबाई का एक बयान काफी विवादों में है। वे वीडियों में ये बोलते दिख रही हैं कि घूस का पैकेज क्या होना चाहिए। विधायक के पास कुछ रोज पहले सतऊआ गांव के लोग रोजगार सहायक और सचिव की शिकायत लेकर पहुंचे थे। रामबाई ने दमोह में कहा एक हजार रुपए तक की रिश्वत लेने में कोई दिक्कत नहीं है। आटे में नमक बराबर रिश्वत चलत है। हम भी जे समझत हैं। हजार-पांच सौ तक घूस चलत है। लेकिन जे मतलब थोड़ी कि तुम पूरी थाली लेकर चले जाओ। हमें पता है कि सब कछु 'अंधेर नगरी चौपट राजा' चल रहो है, लेकिन इत्तो भ्रष्टाचार ठीक नहीं।
क्या है पूरा मामला
विधायक रविवार, 26 सितंबर की शाम सतऊआ गांव पहुंची और जन चौपाल लगाई। ग्रामीणों ने विधायक के सामने ही सहायक और सचिव पर वसूली के आरोप लगाए, उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि PM आवास के नाम पर सहायक और सचिव हजारों रुपए वसूल रहे हैं। किसी ने 5 हजार तो किसी ने 8 हजार से लेकर 10 हजार रुपए तक लेने की बात कही। इसमें रोजगार सहायक निरंजन तिवारी और सचिव नारायण चौबे को भी बुलाया गया।
शिकायत सुन विधायक ने कहा कि थोड़ा बहुत तो चलता है, लेकिन हजारों रुपए किसी गरीब से ले लेना गलत है। यदि 1 हजार रुपए भी ले लेते तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन सवा लाख के घर में 5 से 10 हजार (रिश्वत) लेना बहुत गलत है।
विधायक ने लगाई कर्मचारियों को फटकार
विधायक रामबाई ने रोजगार सहायक से कहा कि अगर तुम्हारी बात करें तो तुम्हारे घर में 1 लाख रुपए का बाथरूम होगा और यहां गरीब सवा लाख में अपना पूरा घर बना लेता है। इसके बाद भी अगर आप उनसे 5 से 10 हजार लेंगे तो शर्म आनी चाहिए। बाद में विधायक ने कर्मचारियों की शिकायत नहीं ली। उनका कहना था कि कुछ गलती तो ग्रामीणों की भी है। उन्हें जानकारी नहीं होती, बस शिकायत करने लगते हैं।