Bhopal. भारत में रामानंद सागर और टीवी पर आने वाले उनके सीरियल रामायण से हर कोई परिचित है। इस ऐतिहासिक धारावाहिक बनने के पीछे भी बड़ी रोचक कहानी है, जिसका खुलासा रामानंद सागर के बेटे प्रेमसागर ने अपने पिता की बायोग्राफी एन एपिक लाइफः रामानंद सागर में किया है। इस बायोग्राफी में बताया गया है कि रामानंद सागर फिल्म इंडस्ट्री के कामयाब चेहरे थे लेकिन कब उन्होंने इसे छोड़कर टेलिविजन की दुनिया में कदम रखने का मन बनाया था।
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चरस फिल्म की शूटिंग का था वाक्या
रामानंद सागर की फिल्में एक अलग छाप छोड़कर जाती थीं, फिल्म चरस की ही बात कर लीजिए, इसमें उन्होंने प्रसिद्ध गीतकार आनंद बख्शी से फिल्म के हिट गीत कि आजा तेरी याद आई की शुरूआत में गीत गाने मोटिवेट किया था। तो चरस फिल्म की शूटिंग के लिए रामानंद सागर स्विट्जरलैंड गए हुए थे। एक दिन शूटिंग खत्म कर वे अपने चारों बेटों को लेकर एक कैफे में गए। जहां उन्होंने रेड वाइन ऑर्डर की। वेटर उनके ऑर्डर के साथ एक बॉक्स भी लाया, उस बॉक्स की शटर खोलते ही स्विच ऑन करने पर टेलिविजन देखकर रामानंद सागर खो गए, हालांकि उस वक्त भारत में टेलीविजन आ चुका था। लेकिन महानगरों तक ही सीमित था।
वहीं मन बनाया और फिल्मों को कहा अलविदा
बायोग्राफी में प्रेमसागर ने बताया है कि उनके पिता रामानंद सागर ने उसी वक्त ठान लिया था कि वे फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ रहे हैं और टेलीविजन की दुनिया में इतिहास लिखने जा रहे हैं। बायोपिक में यह किस्सा मौजूद है कि रामानंद सागर वाइन का ग्लास लिए देर रात तक टीवी में मशगूल रहे थे। उसी दौरान उन्होंने अपने बेटों से कहा था कि मेरी जिंदगी का मिशन श्री राम, श्री कृष्ण और मां दुर्गा की कहानी लोगों के सामने लाना है।