/sootr/media/media_files/2024/11/27/MKGMQBzvBcF3jTqR74Q6.jpg)
मलेशिया के प्रमुख उद्योगपति आनंद कृष्णन के बेटे वेन अजान सिरिपान्यो ने 18 साल की उम्र में अपनी विलासी जीवनशैली छोड़कर संन्यास लेने का निर्णय लिया था। आनंद कृष्णन, जो मलेशिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं, की संपत्ति 40 हजार करोड़ रुपए से अधिक है। उनके व्यापार टेलीकॉम, मीडिया, तेल, गैस, और रियल एस्टेट तक फैले हुए हैं। वे कभी एयरसेल कंपनी के मालिक रहे और आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स के प्रायोजक भी रह चुके हैं।
संन्यास की शुरुआत
वेन अजान सिरिपान्यो की संन्यास यात्रा थाईलैंड में उनकी मां के परिवार से मिलने के दौरान शुरू हुई। उन्होंने वहां अस्थायी रूप से बौद्ध धर्म अपनाया और एक आश्रम में रहने का फैसला किया। अब वे थाईलैंड-म्यांमार सीमा के पास द्ताओ डम मठ के प्रमुख (अब्बॉट) के रूप में जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
साधारण जीवन और पारिवारिक जुड़ाव
वेन का जीवन बेहद साधारण है। वे भिक्षाटन कर अपना गुजारा करते हैं, लेकिन अपने परिवार से जुड़े रहते हैं। वे कभी-कभी परिवार से मिलने के लिए यात्रा करते हैं। एक बार उन्हें प्राइवेट जेट से इटली जाते हुए देखा गया। उनके पिता ने उनके लिए मलेशिया के पेनांग हिल में एक आध्यात्मिक रिट्रीट भी खरीदा है।
बौद्ध धर्म और वेन का योगदान
बौद्ध धर्म के अनुयायी वेन अजान सिरिपान्यो आठ भाषाओं के ज्ञाता हैं। उन्होंने बचपन लंदन में बिताया और अलग-अलग संस्कृतियों को समझते हुए बौद्ध धर्म के सिद्धांतों को गहराई से अपनाया। उनके पिता ने भी उनके फैसले का पूरा सम्मान किया।
FAQ
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक