किस्सा: जब व्हिस्की की स्मैल छिपाने के लिए नरोना सीएम मिश्र के आवास पर पान खाकर पहुंचे

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किस्सा: जब व्हिस्की की स्मैल छिपाने के लिए नरोना सीएम मिश्र के आवास पर पान खाकर पहुंचे

द्द्वारका प्रसाद मिश्र के मुख्यमंत्री काल में मध्य प्रदेश में एक से एक उम्दा प्रशासनिक अधिकारी आए। मुख्यमंत्रियों और मुख्य सचिव के बीच संबंधों का यह आदर्शकाल कहा गया। आर.सी.व्ही.पी नरोना भी इस दौर के ही अधिकारी थे। नरोना ने प्रदेश में लंबे समय तक चीफ सेक्रेटरी के पद पर अपनी सेवा दी। उनकी हिंदी अच्छी नहीं थी, इसलिए नरोना हिंदी में काम करने से बचते थे। जब मिश्र ने हिंदी में काम करने का जोर डाला तो नरोना ने बड़ी ही सूझ-बूझ के साथ यह लिखना शुरु कर दिया कि-‘मेरी राय नोट में संलग्न है’ और वह पूरा नोट अंग्रेजी में रहता था।

नरोना पान खाकर पहुंचे मुख्यमंत्री निवास

मिश्र ने अपने चीफ सेक्रेटरी नरोना को अपने मुख्यमंत्री निवास ‘निशांत मंजिल’ में कुछ काम से बुलाया। उस समय नरोना ने “ब्लैक नाइट” व्हिस्की पी रखी थी। जिसकी बदबू को छिपाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री निवास जाते वक्त पान खा लिया। मिश्र यह बात बहुत अच्छे से जानते थे कि नरोना पान खाने के शौकीन नहीं है। नरोना के मुख्यमंत्री निवास पर पहुंचने और काम की बात हो जाने के बाद मिश्र ने कहा-“नरोना साहब इतनी रात में मैं आपको डिस्टर्ब नहीं करना चाहता था। पर बात ही कुछ ऐसी थी और हां जब आप रात को आते हैं तो पान खाने की कोई जरुरत नहीं हैं” क्योंकि मिश्र समझ गए थे कि नरोना ने व्हिस्की पी रखी है।

नरोना की “ब्लैक नाईट” व्हिस्की के पाछे की कहानी