ट्राउजर का इतिहास: वो कौन थी जिसकी वजह से महिलाओं ने किया पैंट पहनना शुरु!

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ट्राउजर का इतिहास: वो कौन थी जिसकी वजह से महिलाओं ने किया पैंट पहनना शुरु!

शनेल दुनिया में फैशन इंडस्ट्री का ऐसा बड़ा नाम है, जो न सिर्फ अपने खास मेल परफ्यूम के लिए बल्कि महिलाओं को गाउन और स्कर्ट जैसे परंपरागत परिधान का नया विकल्प देने के लिए भी जाना जाता है। अमेरिका में 1920-30 के दौर में महिलाओं को ट्राउजर (पैंट) पहनने की इजाजत नहीं थी। तब उन्होंने पैंट पहनकर पुरुषों को चुनौती दी थी।

शनेल को परप्यूम से मिली शोहरत

कोको अमेरिका की एक जानीमानी फैशन डिजाइनर थीं। उन्होंने महिलाओं के फैशन को नए मुकाम दिए। शनेल मूल रुप से पेरिस की थीं। 1920 में शनेल परफ्यूम लॉन्च करने के बाद उन्हें बेशुमार शोहरत मिली। शनेल ने महिलाओं के कपड़ों को आरामदायक बनाने की कोशिश के साथ ही मोतियों की माला को फैशन स्टेटमेंट में जोड़ा।

महिलाओं के लिए 1930 में लॉन्च की पैंट

शनेल ने पहली बार महिलाओं के परिधान के नए विकल्प के रूप में पैंट लॉन्च किया। पश्चिमी देशों में यह माना जाता था कि महिलाओं को सार्वजनिक जगहों पर स्कर्ट या गाउन ही पहना चाहिए। महिलाओं को पैंट पहनने पर अच्छी नजरों से नहीं देखा जाता था। लेकिन शनेल ने 1930 में पैंट पहनकर कर इस मिथ को तोड़ दिया। शनेल उन चुनिंदा महिलाओं में से एक हैं, जिन्होंने सबसे पहले पैंट पहनने की शुरुआत की। शनेल से पहले ऐलिजाबेथ स्मिथ मिलर ने कोशिश की थी। ऐलिजाबेथ पेशे से वकील थीं। 1815 में पहली टर्किश पैंट पहनकर उन्होंने पितृसत्तात्मक समाज को चुनौती दी।

ट्राउजर के पीछे की कहानी

शनेल ने अपने डिजाइन से पश्चिमी जगत को काफी प्रभावित किया। जहां पर महिलाओं को ट्राउजर पहनना अच्छा नहीं माना जाता था। वहां शनेल ने 1930 में अपने लिए पहली पैंट बनाई। जिसके बाद से पैंट का चलन शुरु हुआ।

शनेल के 30 एमएल परप्यूम का कीमत 22 लाख रुपए!

शनेल पुरुषों के फैशन से काफ़ी प्रभावित थी। पैंट की बनावट और उसके आरामदायक कपड़े ने शनेल को आर्कषित किया। इसी के बाद उन्होंने अपने लिए पहली पैंट बनाई। लेकिन पैंट को ट्रेंड में लाने में लंबा वक्त लगा। शनेल ने महिलाओं के लिए सिर्फ पेंट ही नहीं टाई भी लान्च की। शनेल ने महिलाओं के लिए जूतों, हैंडबैग और ज्वैलरी तक सब डिजाइन किया। उनकी खास परफ्यूम शनेल न.5 आज भी दुनिया की सबसे मशहूर परफ्यूम में से एक हैं। उसकी 50 मिली लीटर की कीमत 30 हजार डॉलर यानी 22 लाख 24 हजार 275 रुपए है।

फेमिनिस्ट मूवमेंट की प्रतीक बनी शनेल

फैशन डिजाइनर के रूप में शनेल की सबसे बड़ी सफलता लिटल ब्लैक ड्रेस रही। शालीन सी दिखने वाली यह ड्रेस उस जमाने में फेमिनिस्ट मूवमेंट की निशानी बन गई थी। कहा जाता हैं कि फैशन जगत में बुजुर्गों के लिए कोई जगह नहीं होती है। लेकिन, शनेल ने फैशन इंडस्ट्री में अपना ऐसा नाम बनाया था, जिसे आज तक कोई चुनौती नहीं दे पाया। शनेल की ड्रेस आरामदायक होने के साथ क्लासी भी होती थी। इसीलिए फैशन इंडस्ट्री में उन्हें कोई मात नहीं दे पाया।

अनोखी क्रांति