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MODI IN MAHAKUMBH
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प्रधानमंत्री मोदी का महाकुंभ दौरा
महाकुंभ 2025 के आयोजन में 5 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज में संगम में स्नान किया। इस दिन का चयन न केवल महाकुंभ की दिव्यता को बढ़ाता है, बल्कि माघ अष्टमी के आध्यात्मिक महत्व को भी दर्शाता है।
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माघ अष्टमी की शुभ तिथि
माघ मास की अष्टमी तिथि को ध्यान, साधना और तप के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है। माना जाता है कि, इस दिन पवित्र नदी में स्नान और साधना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
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भगवा कुर्ता और रुद्राक्ष की माला
पीएम मोदी ने महाकुंभ स्नान के दौरान भगवा कुर्ता पहना और गले में मोटी रुद्राक्ष की माला धारण की। यह उनके धार्मिक और आध्यात्मिक जुड़ाव को दर्शाता है।
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गंगा में डुबकी और सूर्य को अर्घ्य
वीआईपी अरैल घाट पर गंगा में डुबकी लगाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। यह उनकी गहरी श्रद्धा और भक्ति को प्रदर्शित करता है।
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मंत्रों का जाप और रुद्राक्ष माला
स्नान के बाद पीएम मोदी ने रुद्राक्ष माला लेकर मंत्रों का जाप किया। उनकी यह क्रिया उनके आध्यात्मिक ध्यान और साधना को प्रदर्शित करती है।

गंगा जल में दूध चढ़ाना
प्रधानमंत्री मोदी ने गंगा जल में लोटे से दूध चढ़ाया और गंगा माता की पूजा की। यह एक विशेष धार्मिक क्रिया थी जो उनके श्रद्धा और आस्था को दर्शाती है।
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सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त
प्रधानमंत्री मोदी के स्नान के समय उनकी सुरक्षा के लिए कड़ा बंदोबस्त किया गया था। चारों ओर सुरक्षा घेरा था, जिससे उनका हर कदम सुरक्षित रहा।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का साथ
प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। दोनों ने संगम में स्नान किया और धार्मिक क्रियाओं में भाग लिया।