रविकांत दीक्षित, भोपाल. राजनीति भी बड़ी अजीब है। नेताओं के पास जब तक पद होता है, वे पार्टी के ईमानदार, कर्मठ और निष्ठावान कार्यकर्ता होते हैं। पद जाते ही उनकी कर्तव्य निष्ठा को जाले लग जाते हैं। अब इसी मामले को देख लीजिए। MP BJP ने लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) में जिन सांसदों के टिकट काटे थे, उनमें से ज्यादातर घर बैठ गए हैं। पार्टी ने जिस नए नेता को टिकट दिया है, उसका प्रचार करना तो दूर ज्यादातर सांसद मैदान में ही नजर नहीं आ रहे हैं।
पढ़िए 'द सूत्र' की ये पड़ताल...
8 सांसदों के टिकट काटे हैं बीजेपी ने
मध्य प्रदेश में अपने मिशन - 29 को अमलीजामा पहनाने के लिए बीजेपी ने इस लोकसभा चुनाव में 8 सांसदों के टिकट काटकर नए चेहरों को मौका दिया है। अब देखिए कि जिन नेताओं के टिकट कटे, उनमें से ज्यादातर अपनी पार्टी और प्रत्याशी को सपोर्ट नहीं कर रहे हैं। 'द सूत्र' ने नेताओं के सोशल मीडिया हैंडल्स भी खंगाले हैं।
केपी से लेकर शाह तक का टिकट काटा
बीजेपी ने मध्य प्रदेश में भोपाल में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, ग्वालियर में विवेक नारायण शेजवलकर, सागर में राज बहादुर सिंह, गुना में केपी यादव, विदिशा में रमाकांत भार्गव, रतलाम में जीएस डामोर, बालाघाट में ढाल सिंह बिसेन, धार में छतर सिंह दरबार का नाम शामिल है।
तीन मंत्री, एक नेता स्पीकर बने
होशंगाबाद सांसद राव उदय प्रताप सिंह, जबलपुर से सांसद राकेश सिंह, मुरैना से नरेंद्र सिंह तोमर, सीधी से रीति पाठक और दमोह से सांसद प्रहलाद सिंह पटेल चुनाव से पहले ही इस्तीफा देकर विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। इनमें से राव उदय प्रताप, राकेश सिंह, प्रहलाद सिंह पटेल मंत्री हैं, जबकि तोमर को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया है।
अब आते हैं, उन नेताओं की सक्रियता पर जिनके टिकट काटे गए हैं। इनमें से कौन—क्या कर रहा है, वह समझ लीजिए...।
1. साध्वी प्रज्ञा ठाकुर : चुनाव प्रचार से पूरी तरह गायब हैं। शुरुआत में जरूर कुछ बयान सामने आए थे, लेकिन अब सक्रिय नहीं हैं।
2. विवेक नारायण शेजवलकर : ग्वालियर सांसद शेजवलकर की सक्रियता बेहद कम है। उनके एक्स अकाउंट पर तो आखिरी पोस्ट 28 अक्टूबर 2023 की है।
3. राजबहादुर सिंह : सिंह के एक्स अकाउंट से बीजेपी और मोदी की पोस्ट रीपोस्ट और लाइक हो रही हैं, ग्राउंड पर अपेक्षाकृत रूप से उपस्थिति बेहद कम है।
4. केपी यादव : गुना सांसद यादव को बीजेपी ने होशंगाबाद का प्रभारी बनाया है, लिहाजा वे अपने संसदीय क्षेत्र से दूर होशंगाबाद में रहे। हालांकि गुना में बड़ी सभाओं में वे देखे गए।
5. रमाकांत भार्गव : विदिशा सांसद रमाकांत भार्गव जरूर क्षेत्र में देखे जा रहे हैं, लेकिन उनकी भी सक्रियता उतनी नहीं है। उनके एक्स अकाउंट से भी मोदी, बीजेपी की पोस्ट हो रही हैं।
6. जीएस डामोर : रतलाम सांसद डामोर की व्यक्तिगत सक्रियता नहीं है। उनके एक्स अकाउंट से पोस्ट जरूर हो रही हैं, लेकिन जमीन पर उनकी एक्टिविटी नजर नहीं आ रही हैं।
7. ढाल सिंह बिसेन : बालाघाट सांसद बिसेन ने अपनी निजी पोस्ट वोट डालते हुए की थी। इसके अलावा पार्टी के किसी कार्यक्रम अथवा बैठकों में उनकी उपस्थिति नहीं देखी गई।
8. छतर सिंह दरबार : धार सांसद टिकट कटने के बाद पार्टी के कुछ कार्यक्रमों में देखे गए हैं, लेकिन जमीन पर किसी तरह की रणनीति में उनका योगदान नजर नहीं आता। BJP had canceled tickets of 8 MPs in Madhya Pradesh election एमपी में बीजेपी ने 2024 में किन सांसदों के टिकट काटे थे