रविकांत दीक्षित, भोपाल. कहां हैं उमा भारती...? प्रज्ञा दीदी नजर आईं क्या? यशोधरा राजे के बारे में कोई अपडेट...? चुनाव की इस बेला में नेता इन दिग्गज नेत्रियों के बारे में ऐसे ही सवाल पूछ रहे हैं। इन फायरब्रांड नेत्रियों ने लोकसभा चुनाव से दूरी बना रखी है।
'द सूत्र' ने इन तीनों महिला नेत्रियों के बारे में पड़ताल की है। पता चला कि उमा भारती 26 अप्रैल को सिर्फ वोट देने अपने गृह नगर टीकमगढ़ पहुंची थीं। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर चुनावी प्रचार से बिलकुल दूर हैं। ऐसे ही यशोधरा राजे की भी जमीन पर सक्रियता नजर नहीं आ रही है।
पढ़िए ये खास रिपोर्ट...
उमा भारती: 26 अप्रैल को वोट देने आईं
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ( Former Chief Minister Uma Bharti ) पिछले दिनों उत्तराखंड में थीं। वे 26 अप्रैल को मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ स्थित अपने गांव पहुंची। सोशल मीडिया साइट X पर उन्होंने लिखा, मैं अपने गांव डूंडा में वोट डालने के लिए हिमालय से टीकमगढ़ आ गई। उमा अक्सर बयानों से चर्चा में रहती हैं। वे विरोधियों के साथ-साथ अपनी पार्टी के नेताओं को भी आईना दिखाने से नहीं चूकतीं। विधानसभा चुनाव के समय तो फिर भी कुछ सीटों पर वे प्रचार के लिए पहुंची थीं। अब वे लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) के परिदृश्य से दूर हैं।
प्रज्ञा ठाकुर: प्रचार में क्यों नहीं उतरीं साध्वी
टिकट कटने के बाद से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ( Sadhvi Pragya Thakur ) ने चुनावी प्रचार से पूरी तरह दूरी बना रखी है। शुरुआत में जरूर उनके कुछ बयान सामने आए थे, लेकिन अब उनकी सक्रियता नजर नहीं आ रही है। बीजेपी के खेमे में इस बात की चर्चा है कि सांसद होने के नाते उन्हें चुनाव प्रचार में उतरना चाहिए। प्रज्ञा सोशल मीडिया पर भी ज्यादा एक्टिव नहीं हैं। हालांकि 29 अप्रैल को जरूर उनकी ओर से सोशल मीडिया साइट X पर एक पोस्ट की गई है, जिसमें लिखा है कि 'भाजपा को वोट करो, भ्रष्टाचार पर चोट करो।'
यशोधरा राजे: क्षेत्र से दूर, सोशल मीडिया पर सक्रिय
शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई वाली सरकार में मंत्री रहीं यशोधरा राजे सिंधिया ( Yashodhara Raje Scindia ) ने भी चुनाव दूरी बना रखी है। यह तब है जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ( Jyotiraditya Scindia ) गुना—शिवपुरी संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि यशोधरा सोशल मीडिया पर जरूर सक्रिय हैं। उनके हैंडल्स से बीजेपी से जुड़ा कंटेंट पोस्ट किया जा रहा है। गौरतलब है कि स्वास्थ्यगत कारणों के चलते उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।