भोज यूनिवर्सिटी कैंपस में टाइगर, कुलपति के बंगले के पास डेढ़ घंटे तक घूमता रहा

author-image
jagrati barsaley
एडिट
New Update
भोज यूनिवर्सिटी कैंपस में टाइगर, कुलपति के बंगले के पास डेढ़ घंटे तक घूमता रहा

भोपाल की भोज (मुक्त) यूनिवर्सिटी के कैंपस में तेंदुए के मूवमेंट का मामला सामने आया था। लेकिन जब कुलपति जयंत सोनवलकर के बंगले के गेट पर लगे CCTV कैमरे की रिकॉर्डिंग सामने आई तो सबके होश उड़ गए। वो जानवर तेंदुआ नहीं बाघ निकला। 



कुलपति के बंगले के बाहर घूमता रहा टाइगर: टाइगर बंगले की बाउंड्रीवॉल के अंदर एक घंटे तक घूमता रहा। वहीं, रविवार रात को भी कैंपस में उसका मूवमेंट देखा गया। कुलपति सोनवलकर का बंगला कैंपस में ही है। शनिवार रात करीब साढ़े 12 बजे बंगले की बाउंड्रीवॉल के अंदर किसी हिंसक जानवर के गुर्राने की आवाज सुनाई दी। जिसके बाद कुलपति और उनका परिवार सहम गया। रात डेढ़ बजे तक वो जानवर घूमता रहा। रात में ही वन विभाग को सूचना दी गई। टीम जब मौके पर पहुंची, तब तक जानवर जा चुका था।




— TheSootr (@TheSootr) February 7, 2022



यहां रहता है बाघ का मूवमेंट: टीम को गीली मिट्‌टी पर जानवर के कुछ फुटप्रिंट मिले थे जिसे तेंदुए के फुटप्रिंट समझा गया था। भोज यूनिवर्सिटी चूना भट्‌टी और सर्व-धर्म पुल (कोलार रोड) के बीच है। इसके बीचोंबीच से कलियासोत नदी गुजरी है। वहीं, पीछे वाल्मी की पहाड़ी है। केरवा क्षेत्र भी कुछ दूर ही है। केरवा और कलियासोत का इलाका बाघ का एरिया है। इसलिए यहां अक्सर इनका मूवमेंट रहता है। समझा जा रहा है कि बाघ केरवा-कलियासोत इलाके से ही आया होगा। वह कलियासोत नदी के रास्ते भोज कैंपस में पहुंचा।


जयंत सोनवलकर टाइगर मूवमेंट भोज यूनिवर्सिटी Bhoj Campus Bhopal VC कुलपति CCTV bungalow टाइगर भोपाल tiger केरवा-कलियासोत