संजय गुप्ता,INDORE. कांवड़ यात्रियों (Kavad passengers) पर 6 अगस्त को सिमरोल थाने के ग्राम गवालू (Village Gawalu)में हुए हमले के मामले में अब घटनास्थल बलराज होटल को तोड़ने की मांग हिंदू संगठनों की ओर से उठी है। यह होटल शराब कारोबारी रिंकू भाटिया (Rinku Bhatia)का है जो गुरूसिंघ सभा के अध्यक्ष भी है। उन्हीं के होटल के कर्मचारियों पर इस मामले में हत्या के प्रयास,मारपीट सहित पांच धाराओं में पुलिस ने केस दर्ज किया है। पर्यटन व संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर (Tourism and Culture Minister Usha Thakur)भी कह रही है कि इस मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। पुलिस ने इस मामले में कांवड़ यात्री सूरज मंडले की शिकाकत पर बलराज रेस्टारेंट संचालक सहित भूपेश,सोनी वीरजी,दीप वीरजी,राहुल कावडे,शिवम राजपूत,यशवंत अटूदे,भूपेंद्र,प्रदीप गोस्वामी,अशोक शर्मा,धनसिंह, सत्यनारायण उपाध्याय और अन्य पर केस दर्ज किया है। यात्रियों का कहना है कि इन्होंने बाथरूम में गंदगी नहीं करने को लेकर हमसे विवाद किया और बाद में डंडे,बेसबाल बैट,पत्थर,करछी,पाइप लेकर हमला किया।
भाटिया बोले गांजा पिए हुए थे कुछ लोग
वहीं रिंकू भाटिया ने द सूत्र से चर्चा में कहा कि ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है,होटल पयर्टन विभाग से मान्यता प्राप्त और वैध बना है। मैं चाहता तो बार, नानवेज होटल बना लेता लेकिन मैंने साधु,महात्माओं के लिए यह होटल पूरा वेज बनाया है। उनका आरोप है कि कांवड़ यात्री गांजा पिए हुए थे और कर्मचारियों के साथ अभद्र कर रहे थे। गार्ड ने इन्हें समझाया तो वह उन्हें अपने साथ उठाकर गाड़ी में ले गए। इसके बाद होटल वालों ने पुलिस को इस बात की जानकारी दी। पुलिस के आने के बाद होटल वालों ने अपने साथियों को छुड़ाने की कोशिश की। इस दौरान गाड़ी वालों ने एकत्र होकर होटल कर्मचारियों को पीट दिया। इसके बाद होटल स्टाफ जमा हुआ और यह विवाद हो गया।
सरकार के दबाव में है पुलिस-प्रशासन
भाटिया ने कहा कि अब आसपास के लोग हम पर कार्रवाई के लिए दबाव बना रहे हैं, अब अपना मतलब साध रहे हैं। वहीं सरकार, पार्टी के दबाव में पुलिस और प्रशासन भी है। हम तो चाहते हैं कि जो भी घटना हुई, पहले उसका कारण पता लगाया जाए और फिर विधिक कार्रवाई हो।