KHANDWA. खंडवा में घरेलू कामकाज करने वाली महिलाओं को महिला थाना, कोतवाली थाना समेत कई थानों की विजिट कराया गई। गैर शासकीय संगठन "विश्वास" ने इन महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए और थानों में होने वाले कामों को देखने के लिए यह दौरा कराया। घरेलू कामकाजी महिलाएं दूसरों के घरों में जाकर खाना-बनाना, कपड़े धोना और साफ-सफाई जैसे कामों को करती हैं। इनके साथ किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना या प्रताड़ना ना हो इसके लिए इन्हें जागरूक भी किया गया। महिलाओं ने सवाल किया कि थानों में शिकायत करने के पैसे लिए जाते हैं या नहीं। इन्हें टीआई ने बताया कि शिकायत करने का कोई शुल्क नहीं लिया जाता।
गरीब और पिछड़े लोगों को अधिकारों की नहीं है जानकारी
21 वीं सदी के इस दौर में भी हमारे देश में गरीब और पिछड़े हुए लोगों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी नहीं है। सरकारें तो हर विभाग में जागरूकता के लिए समय-समय पर आयोजन करती हैं। लेकिन इन कामकाजी महिलाओं को अभी तक यह नहीं मालूम था कि थानों में शिकायत करने का कोई शुल्क लगता है या नहीं। ऐसी जागरूकता के अभियानों का क्या फायदा जो अभी भी इन पिछड़े और गरीब तबके की महिलाओं को इनकी कर्तव्य और अधिकारों का पता ना करा पाएं।
घरेलू कामकाज करती हैं महिलाएं
यह सभी खंडवा में लोगों के घरों में काम करने वाली महिलाएं हैं। आज इन्होंने खंडवा में महिला थाना कोतवाली थाना और जिला महिला अपराध सेल और मानव दुर्व्यवहार विरोधी इकाई का दौरा किया। यहां पर इन महिलाओं ने महिलाओं से संबंधित होने वाले अपराधों और उनसे बचाव के बारे में जाना। महिलाओं ने कहा कि दौरे पर हमने अपने अधिकारों के बारे में जाना। हमारे साथ होने वाली प्रताड़ना और थानों में शिकायत कैसे की जाती है यह समझा। एक महिला ने हमें बताया कि मुझे आज तक यह नहीं मालूम था कि थानों में शिकायत करने का ही शुल्क लगता है या नहीं उसने कहा कि हमें बताया गया कि शिकायत करने का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।
टीआई ने दी अधिकारों की जानकारी,किया जागरूक
गैर शासकीय संगठन विश्वास में काम करने वाले वाली मनीषा मोहे ने बताया कि खंडवा जिले में घरेलू कामकाज करने वाली महिलाओं को आज हमने कई थानों का दौरा करवाया है और इन जगहों पर कैसे काम किया जाता है और इनके अधिकार क्या हैं इसकी थाना प्रभारियों ने जानकारी दी है। हम चाहते हैं कि इन महिलाओं को सम्मान की नजरों से देखा जाए इनको भी सम्मान दिया जाए यह जिन घरों में काम करती हैं वहां इनके साथ उचित व्यवहार नहीं किया जाता है।