जबलपुर. वैलेंटाइन डे (Valentine day) का इंतजार युवा सालभर करते हैं, क्योंकि यह दिन प्रेम का जो होता है। हम आपके लिए ले कर आए हैं, ऐसी ही एक प्यार की कहानी। ये कहानी है मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के आईपीएस (IPS) अधिकारी की। उनकी प्रेम कहानी कॉलेज के दिनों में शुरू हुई थी। आईपीएस बनने पर मुकम्मल हुई।
अमित सिंह (Amit Singh) को कॉलेज के दिनों में प्रज्ञा सिंह (Pragya Singh) से प्यार हुआ था। लेकिन दोनों इजहार नहीं कर सके। बाद में अमित सिंह यूपीएसी (UPSC) की तैयारी के लिए दिल्ली चले गए। अमित के साथ उनका दोस्त मनोज सिंह (Manoj Singh) भी रहता था। मनोज ने एक दिन अमित का फोन लेकर प्रज्ञा को इजहार भरा मैसेज भेज दिया। यह बात अमित को पता ही नहीं थी। मनोज ने अमित के फोन से मैसेज डिलीट कर दिया। यहीं से दोनों का प्यार शादी में बदल गया।
प्रयागराज में हुई थी पहली मुलाकात: अमित सिंह बताते हैं कि प्रज्ञा सिंह से उनकी मुलाकात इलाहाबाद युनिवर्सिटी में हुई थी। अमित सिंह इलाहाबाद युनिवर्सिटी में मध्यकालीन इतिहास से सीनियर रीसर्च फैलोशिप कर रहे थे। दतिया से आईं प्रज्ञा सिंह इसी विषय में एमए कर रहीं थीं। इस दौरान दोनों एक-दूसरे से पहली बार मिले और दोनों को प्यार हो गया। दोनों ने एक-दूसरे का नंबर लिया, पर प्यार के मुद्दे पर बात ही नहीं कर पाए।
दोस्त ने दिल मिलवाया : प्रयागराज में अमित ने कोर्स पूरा किया और यूपीएससी की तैयारी करने के लिए दिल्ली चले गए। मनोज सिंह को अमित की लव स्टोरी के बारे में पता था क्योंकि दोनों साथ में ही रहते थे। एक दिन मनोज ने चुपके से अमित का फोन लिया और प्रज्ञा को प्यार से भरा मैसेज कर दिया। अमित को ये बात पता नहीं चले इसलिए फोन से मैसेज को डिलीट भी कर दिया। उसी रात दो बजे अमित के फोन पर किसी लड़की का फोन आता है, उसने अमित से दोस्ती करने के लिए कहा लेकिन अमित ने मना कर फोन काट दिया। बाद में पता चला कि ये अमित की परीक्षा ली जा रही थी। क्योंकि ये फोन प्रज्ञा की सहेली ने प्रज्ञा के कहने पर किया था। दूसरे दिन प्रज्ञा का फोन आया और उन्होंने अपने दिल की बातें साझा की।
सगाई के दो साल बाद हो पाई शादी : अमित बताते हैं कि 2009 में यूपीएससी का रिजल्ट आया तो घर में रिश्ते आने लगे। कहीं और रिश्ता फिक्स होता उसके पहले अमित सिंह ने घरवालों को सारी कहानी बता दी। मां और भाई इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन बाद में वो भी मान गए। प्रज्ञा के पिता कैंसर से पीड़ित थे, दिन-पर-दिन तबियत बिगड़ती ही जा रही थी। इसलिए दोनों परिवारों ने दोनों की सगाई जल्दी करा दी। सगाई के 25 दिन बाद प्रज्ञा के पिता का निधन हो गया। इसी दौरान अमित सिंह को भी ट्रेनिंग पर जाना पड़ा। जब वह ट्रेनिंग से लौटे तो शादी की तैयारियां शुरू हुईं। दोनों 12 मार्च 2011 को शादी की। अब खुशी से दोनों अपना जीवन जी रहे हैं।