REWA. नगर निगम के महापौर पद के चुनाव में उतरे कांग्रेस के प्रत्याशी अजय मिश्र बाबा और भाजपा प्रत्याशी प्रबोध व्यास दिखने में जितने डाउन टू अर्थ दिखते हैं वास्तव में वैसे नहीं हैं। दोनों कोई व्यवसाय नहीं करते फिर भी करोड़पति हैं और औसतन (पति-पत्नी समेत) महीने की कमाई लाखों में है।
बाबा के पास करोड़ों की अचल संपत्ति
कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी अजय मिश्रा बाबा करोड़पति हैं। पुरखों ने करोड़ों की सम्पत्ति पीछे छोड़ी है। अजय मिश्रा बाबा सालभर में 5 लाख 57 हजार 654 रुपए कमाते हैं तो वहीं उनकी पत्नी की वार्षिक आय 4 लाख 81 हजार 778 है। महापौर प्रत्याशी अजय मिश्रा बाबा ने जो जानकारी नामांकन फार्म में दी है उसके अनुसार वे करोडपति हैं। अजय मिश्रा बाबा नामांकन फार्म में 5 लाख 57 हजार 654 रुपए और पत्नी की वार्षिक आय 4 लाख 81 हजार 778 रुपए दशाई है। इसी तरह चल सम्पत्ति में अजय मिश्रा के पास 33 लाख 37 हजार 182 रुपए और पत्नी के पास 9 लाख 84 हजार 323 रुपए की है। अचल सम्पत्तियों की बात करें तो अजय के पास निरंक है। पत्नी के पास 22 लाख की अचल सम्पत्ति है। पत्नी के नाम से 25 लाख रुपए की अचल सम्पत्ति अर्जित की गई। इस पर करीब 50 लाख रुपए का निर्माण और विकास किया गया है। 2 करोड़ रुपए कीमत की विरासत अस्तियां हैं। पत्नी के पास करीब 50 लाख की विरासत अस्तियां हैं। अजय मिश्रा बाबा कर्जदार भी हैं। इन पर बैंक का 3 लाख 63 हजार 533 रुपए का कर्ज है। अजय मिश्र बाबा ने वार्षिक कमाई का स्त्रोत क्या है आर्थिक ब्योरे में यह नहीं बताया है।
देहाती दिखने वाले प्रबोध भी कुछ कम नहीं
धन सम्पत्ति के मामले में कांग्रेस के प्रत्याशी को भाजपा के प्रबोध ने पीछे छोड़ दिया है। वार्षिक आय 17 लाख से ज्यादा है। पार्टी के अलग अलग पदों पर रहने वाले प्रबोध व्यास सिर्फ सीधे सादे नजर ही आते हैं। भाजपा के प्रबोध की सम्पत्ति करोड़ों में है। इतना ही नहीं पति, पत्नी की वार्षिक आय भी 17 लाख से अधिक है। प्रबोध व्यास ने नामांकन के दौरान जो जानकारी दी है। उसके अनुसार इनकी वार्षिक आय 10 लाख 62 हजार 546 रुपए हैं। इसी तरह पत्नी की आय वार्षिक 7 लाख 42 हजार 701 रुपए है। चल सम्पत्ति पर गौर करें तो प्रबोध के पास 35 लाख 79 हजार 393 रुपए 56 पैसे, पत्नी के पास 14 लाख 44 हजार 344 रुपए 22 पैसे, आश्रित 1 के पास 86 हजार 726 रुपए, आश्रित दो के पास 86 हजार 534 रुपए हैं। अचल सम्पत्ति प्रबोध व्यास के पास 3 करोड़ 84 हजार और पत्नी के पास 28 लाख 80 हजार रुपए की है। खुद से 1 लाख 90 हजार रुपए की सम्पत्ति अर्जित की। अब वर्तमान में बाजार कीमत 5 लाख रुपए हैं। विरासत में 15 लाख रुपए कीमत की आस्तियां मिली हैं। इनपर किसी तरह का बैंक का कर्ज भी नहीं है। प्रबोध व्यास ने भी वार्षिक आय का स्त्रोत अपने आर्थिक ब्योरे में नहीं दिया।