संजय गुप्ता. INDORE. साल 2014 में जब से मोदी सरकार आई है अब सरकारी कामकाज से बिचौलिए खत्म हो गए हैं। इसलिए यहां की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। यह बात पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने सोमवार को इंदौर में सीए एसोसिएशन के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने भारत में अवसरों को लेकर कहा कि यूरोप पहले मैनुफैक्चरिंग का हब होता था, लेकिन अब वहां राजनीतिक रूप से सबसे ज्यादा उथल पुथल मची हुई है। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद वहां अनिश्चतिता का माहौल है। उधर चीन को लेकर भी निवेशक संशकित हैं। ऐसे में तय है कि आने वाले समय में भारत ही मैनुफैक्चरिंग हब बनेगा, यहां आने के लिए सभी बड़े निवेशक योजनाएं बना रहे हैं। मर्सीडीज, एप्पल जैसी कंपनियां यहां उत्पादन शुरू कर चुकी है।
भारत पावर सरप्लस बना
पूर्व रेल और ऊर्जा केंद्र मंत्री सीए सुरेश प्रभु ने इंदौर सीए ब्रांच और टैक्स प्रैक्टिश्नर्स एसोसिएशन के सदस्यों को ‘कैसा होगा 2035 का भारत’ विषय पर संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि भारत में लॉन्ग टर्म प्लानिंग पर जितना ध्यान दिया जाना चाहिए उतना नहीं दिया जाता। उन्होंने बताया कि 22 साल पहले जब वे ऊर्जा मंत्री थे, तब भारत में 18% ऊर्जा की कमी थी, इसे लेकर उन्होंने 10 साल की योजना बनाते हुए भारत को पावर सरप्लस देश बनाने का विज़न सामने रखा था। यह उसी विजन का नतीजा है कि आज देश अपने आसपास के अन्य देशों को भी बिजली और ऊर्जा प्रदान कर रहा है
रूस-यूक्रेन के बीच अब विवाद परमाणु हमले तक पहुंचा
उन्होंने बताया कि रूस-यूक्रेन के बीच की बात अब परमाणु हमले तक पहुंच गई है लेकिन इसका पूरे विश्व पर क्या असर होगा यह अभी कोई नहीं जानता। इसी तरह, चीन में तीसरी बार राष्ट्रपति को सत्ता दी गई है और चीन के सभी फैले हुए अंशों को एकत्र करने की एक नीति बनाई जा रही है, जिसमें अरुणाचल प्रदेश का क्षेत्र भी शामिल है, यह भारत के लिए एक खतरे की घंटी है। इसी प्रकार यूरोप में हो रही भू-राजनीतिक उथल-पुथल और पाकिस्तान में जलवायु परिवर्तन की वजह से आ रही परेशानियों को देखते हुए भारत को अभी से तैयार हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण पाकिस्तान में हाल ही में आई बाढ़ में एक तिहाई पाकिस्तान जलमग्न हो गया। विश्व की बड़ी नदियाँ सूखे की कगार पर है। अतः हमें आर्थिक विकास के साथ साथ ग्रीन डेवलपमेंट की और भी आगे बड़ना होगा।
भारत ने हमेशा पुनर्निर्माण किया
‘जंग की तैयारी करने का सबसे सही समय है शांति का समय’ यह उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा हालात ज्यादा बिगड़ें, भारत को तैयार हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि भारत ने हर विध्वंस के बाद पुनर्निर्माण किया है। अतः पूरे विश्व में भारत में ही यह सामर्थ्य है कि वो विपरीत परिस्थिति में सर्वश्रेष्ठ कार्य कर सकता है। पूरे विश्व में भारत के सामर्थ्य का डंका बज रहा है अतः निश्चित ही इन सब चुनौतियों के बावजूद भारत एक स्वर्णिम भविष्य की और तेज़ी से बढ़ रहा है।
इंदौर बहुत डायनामिक, देश को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका
इंदौर की स्वच्छता की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि इंदौर के लोग एकदम डायनामिक होते हैं। वहीं उन्होंने विज़न 2035 तैयार करने में सीए के योगदान और महत्व को लेकर कहा कि जिस प्रकार की समग्र सोच सीए रखते हैं उस प्रकार की सोच की आज देश को ज़रूरत है। स्वागत उद्बोधन इंदौर सीए ब्रांच के चेयरमैन सीए आनंद जैन और रीजनल काउंसिल मेम्बर सीए कीर्ति जोशी ने दिया। कार्यक्रम का संचालन टैक्स प्रैक्टिश्नर्स एसोसिएशन के सचिव सीए अभय शर्मा ने किया और अतिथि परिचय टैक्स प्रैक्टिशनर एसोसिएशन के अध्यक्ष सीए शैलेंद्र सिंह सोलंकी ने दिया।