GUNA. जिले के म्याना इलाके में हुई महिला की हत्या के मामले में दो नाबालिग बेटियों की गवाही ने अपने हत्यारे पिता को उम्रकैद की सजा दिलाई। दोनों नाबालिग बेटियां हत्या की चश्मदीद गवाह थीं। उन्होंने कोर्ट में बेबाकी से सामने खड़े अपने हत्यारे पिता की करतूतें बताईं।
आइयें जानते हैं मासूम बेटियों ने कोर्ट में कैसे अपनी मां की हत्या की दास्तान सुनाई...
‘27 फरवरी 2022। दोपहर करीब 2 से 2:30 बजे पापा, मां को मायके पूनमखेड़ी से बांसखेड़ी लेकर आए थे। उस वक्त मैं और छोटी बहन घर पर ही थे। किसी बात पर मम्मी-पापा के बीच कहासुनी शुरू हो गई। कुछ देर में झगड़ा बढ़ गया। पापा ने मां के साथ मारपीट शुरू कर दी। कहा- तुम एक साल से घर क्यों नहीं आई? दोनों को झगड़ते देख हम बहनें पापा के हाथ जोड़ते रहे। गिड़गिड़ाकर कहने लगे कि मत लड़ो, लेकिन पापा ने एक नहीं सुनी। इसके बाद मां को घर के अंदर ले गए। लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। हालांकि मां ने मुकाबला भी किया। उनकी चूड़ियां भी टूट गईं, लेकिन जब थक गई, तो वो जमीन पर गिर गई। पापा, मां के पेट पर बैठ गए। पास ही पड़ी मसाला कूटने वाली पत्थर की लुढ़िया को मां के सिर पर मारने लगे। कई वार किए होंगे। मां के सिर से खून निकल रहा था। मां की बोलती बंद हो गई। फिर पापा भाग गए। मैं छोटी बहन को घर पर ही छोड़कर पहले चाचा और फिर मामा को बुलाने पूनमखेड़ी चली गई।’
ये भी पढ़ें...
6 बच्चे अब किसके भरोसे रहेंगे
हत्यारे का नाम कमल अहिरवार उर्फ हलकैया (43) है। उसने अपनी पत्नी नारायणी बाई (38) की 27 फरवरी 2022 को हत्या की थी। इनके 7 बच्चे हैं, जिनमे 6 बेटियां और एक बेटा है। सबसे बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। अब आरोपी की 5 बेटियां और एक बेटा आखिर किसके सहारे रहेंगे। मां की हत्या और पिता को जेल होने के बाद अभी इसका कोई फैसला नहीं हुआ है।
बच्चियों की गवाही से ही हुई थी पिता को सजा
कोर्ट में सुनवाई के दौरान आरोपी की दोनों नाबालिग बेटियों ने गवाही दी थी। एक बेटी 9 और दूसरी 11 वर्ष की है। दोनों बेटियों ने बेबाकी के साथ अपने पिता की करतूतों और उस घटना को बताया था। दोनों बेटियों ने आरोपी पिता के सामने ही कहा कि उन्होंने मां को बेरहमी से मार डाला। बचाव पक्ष ने दलील दी कि दोनों बेटियों नाबालिग हैं और अपने मामा के प्रभाव में आकर बयान दे रही हैं, लेकिन कोर्ट ने इस तथ्य को नहीं माना। कोर्ट ने कहा कि बेटियों की गवाही अहम है। वह दोनों इस घटना की चश्मदीद गवाह हैं। सुनवाई के दौरान आरोपी की मां ने भी मारपीट की बात को तो स्वीकारा, लेकिन हत्या करने की बात से वह मुकर गई थी।