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संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में पेट्रोल डालकर जलाई गई बीएम फार्मेसी कॉलेज की महिला प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा की 25 फरवरी की सुबह 4 बजे मौत हो गई। उन पर पांच दिन पहले एक स्टूडेंट ने हमला किया था। वे चोइथराम अस्पताल में भर्ती थीं। डॉक्टरों ने उन्हें 23 फरवरी, गुरुवार से एक्सट्रीम सपोर्ट पर रखा था। आरोपी छात्र के खिलाफ रासुका लगा दी गई है।
आरोपी पर लगाई गई थी रासुका
महिला प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा पर पेट्रोल डालकर आग लगाने वाले आरोपी छात्र अंशुमन श्रीवास्तव (उम्र 21 साल) पर 24 फरवरी को कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी. ने रासुका लगाने का आदेश जारी कर दिया था। इस आदेश के तहत वो 6 महीने जेल में रहेगा।
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आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज
कलेक्टर के आदेश में आशुतोष श्रीवास्तव को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम-1980 की धारा 3 (2) के तहत निरुद्ध किया है। आरोपी विजय श्री नगर कालनी नगर का रहने वाला है। आरोपी पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज होने के साथ ही पहले टीचर पर चाकूबाजी करने का भी केस है। इसके साथ ही छात्र के खिलाफ पहले भी कॉलेज प्रबंधन और महिला प्रिंसिपल द्वारा लिखित में शिकायतें हैं।
पुलिस ने एएसआई को सस्पेंड कर की थी खानापूर्ति
इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। महिला प्रिंसिपल के परिवार के साथ ही कॉलेज प्रबंधन की ओर से यह बात सामने आई है कि आरोपी छात्र के व्यवहार और हरकतों को लेकर एक-दो नहीं पूरी तीन शिकायतें लिखित में सिमरोल थाने में हुई थी, जिसे दबा दिया गया। अब पुलिस ने इसे ढंकने के लिए 24 फरवरी को एएसआई संजीव तिवारी को सस्पेंड कर खानापूर्ति कर दी है।
कब-कब की थी पुलिस को शिकायतें
- 19 फरवरी 2022 को विमुक्ता शर्मा ने छात्र की थाने में शिकायत की थी कि 14 फरवरी को छात्र कॉलेज परिसर में रस्सी और सुसाइड नोट लेकर आया था, क्योंकि उसका सातवें सेमेस्टर का रिजल्ट सही नहीं था।
संगठनों द्वारा किए जा रहे थे प्रदर्शन
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। महिला के परिजनों ने उन्हें पूरी घटना बताई है। उधर, शिक्षाविदों के साथ ही गुर्जर गौड ब्राह्मण नगर सभा, महिला मोर्चा आदि कई संगठनों द्वारा घटना के विरोध में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपे थे।
यह था मामला
इंदौर के बीएम कॉलेज परिसर में 22 फरवरी को महिला प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा को आरोपी छात्र आशुतोष श्रीवास्तव (21) ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। वहीं, आरोपी छात्र मामले में सफाई देते हुए कहा था कि मुझे मार्कशीट नहीं मिल रही थी, जिससे करियर खतरे में आ गया था। इसके चलते मैं सुसाइड करना चाह रहा था, इसलिए पेट्रोल लेकर कैंपस में महिला प्रिंसिपल के पास गया। पेट्रोल डालकर मैंने खुद को आग लगाई, लेकिन मैडम मुझे बचाने आगे आ गई, जिसमें वह खुद झुलस गई, मैंने किसी को आग नहीं लगाई। पुलिस को उसकी कहानी पर भरोसा नहीं है और कैंपस के लोगों से भी इस पूरी घटना की जानकारी ले रही है।