संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में श्रीबेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर जहां पर रामनवमीं (30 मार्च) के दिन बावड़ी हादसे में 36 लोगों की मौत हुई थी, वहां फिर से मंदिर निर्माण के लिए समिति को जमीन दी जाएगी। शासन के आदेश के बाद और समिति से मुलाकात के बाद कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने नियमों के अनुसार पूर्व में जितनी जगह पर पुराना मंदिर स्थापित था उतनी ही जमीन देने की तैयारी कर ली है। यानि जहां पहले मंदिर था वहां पर फिर से मंदिर बनाने का काम किया जा सकेगा।
अस्थाई मंदिर का काम कुछ दिन बाद होगा
मंदिर समिति जो पहले 30 अप्रैल को शेड बनाकर अस्थाई निर्माण करने की तैयारी कर रही थी, अभी पक्का ओटला नहीं बनने के चलते कुछ दिन बाद इसका निर्माण करेगी। समिति के ललित परानी ने बताया कि भगवान को मूल स्थान पर वापस लाने के लिए पहले अस्थाई मंदिर, शेड को व्यवस्थित करना चाहते हैं, इसलिए इसमें कुछ दिन और लगेंगे, इसलिए इस प्रक्रिया को थोड़ा दिन आगे बढ़ा दिया गया है। सभी लोग जल्द काम चाहते हैं, अभी यहां की मूर्तियां मंदिर तोड़ने के समय कांटाफोड़ मंदिर में रखवा दी गई थी, वहां से पूरे भक्ति भाव से लाकर यहां स्थापित करेंगे।
फंड की व्यवस्था रहवासियों को ही करना होगी
बैठक में यह बात सामने आई है कि मंदिर निर्माण के लिए लगने वाली राशि की व्यवस्था समिति और रहवासियों को ही आमजन के सहयोग से करना होगी। शासन और प्रशासन द्वारा इसमें राशि नहीं दी जाएगी। माना जा रहा है कि मंदिर निर्माण में करीब एक करोड़ की राशि लगेगी।
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मंदिर निर्माण के लिए बनी समिति
हिंदू जागरण मंच के संजय भाटिया ने बताया की श्रीबेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर के नवनिर्माण हेतु एक समिति का गठन किया गया है। इस समिति के अध्यक्ष ललित पारानी रहेंगे। कार्यकारी मंडल में सदस्य राम छुगानी, लक्ष्मीकान्त पटेल, मनीष रिझवानी, कांतिभाई पटेल, सुनील वाधवानी, उत्तम तोलनी, हरीश भाटिया, रमेशभाई पटेल, राम वाधवानी को बनाया गया है। समिति के कोषाध्यक्ष नरेश ज्ञानवाणी रहेंगे। जल्दी ही स्थल पर पत्थर से देवमंदिर का निर्माण किया जाएगा। मंदिर में शिवलिंग, राम दरबार, मातारानी, भगवान झूलेलाल, बजरंगबली की मूर्तियां स्थापित की जाएगी।