SHAHDOL. यह लोकतंत्र की महिमा है कि कल तक मामूली सी नौकरी करने वाला न केवल चुनावी समर में कूद पड़ा बल्कि जीत भी दर्ज की। शहडोल जिले के इतिहास में शायद पहला ऐसा मामला है जब अपने होश संभालते ही ड्राइवरी कर परिवार पाल रहा एक आदिवासी युवक अब राजनीति को सेवा मंच बना लिया। हालांकि पहले से इस युवक का राजनीति में कोई दखल नहीं था। जिला पंचायत शहडोल के वार्ड क्रमांक- 14 से प्रत्याशी राजेश बैगा ने सदस्य बन गए हैं। पेशे से ड्राइवर बैगा को शहडोल कलेक्टर ने जिला पंचायत सदस्य का प्रमाण पत्र दिया। जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 14 से सदस्य का चुनाव लड़ रहे अन्य प्रत्याशियों से राजेश बैगा की उम्र भी है। बताया गया है कि प्रमाण पत्र वितरण के दौरान कलेक्टर भी अचरज में पड़ गए थे।
निजी ट्रेडर्स में कर रहा था ड्राइवर की नौकरी
नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य राजेश बैगा सोहागपुर जनपद के ग्राम कटहरी पोस्ट पटासी के निवासी हैं उनके पिता शिवलाल बैगा की मौत कई साल पहले हो चुकी है। राजेश वर्तमान में अपनी माता नान बाई, पत्नी और दो छोटे-छोटे बच्चों के साथ रहता है गौरतलब है राजेश की माली हालत ठीक नहीं थी जिस कारण राजेश शहडोल के बाणगंगा तिराहे के पास स्थित एक निजी ट्रेडर्स में ड्राइवर की नौकरी करता है। यही नहीं ट्रेडर्स के मालिक मोनू सिंह परिहार राजेश बैग के पूरे परिवार का ख्याल वर्षों से रख रहे हैं। हर प्रकार की जरूरतों और समस्याओं में मोनू सिंह ने हमेशा राजेश का साथ देते आ रहे हैं।
दो-दो जनपद अध्यक्षों को हराया
राजेश बैगा जिला पंचायत के सदस्य बनने से पहले एक बार और पंचायत चुनाव में भाग्य आजमा चुके हैं। बताया गया कि सदस्य से पहले ग्राम पंचायत के पंच रह चुके इस बार जिला पंचायत सदस्य के लिए आरक्षित वार्ड 14 से अपनी किस्मत आजमा रहे राजेश की जीत को लेकर बड़े- बड़े राजनीतिक पंडित और जानकार धोखा खा गए क्योंकि इस सीट के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों के समर्थित प्रत्याशी की अपनी जमीनी पकड़ और पार्टी का कैडर दोनों मजबूत रहा कांग्रेस के समर्थित प्रत्याशी ललन सिंह पूर्व जनपद अध्यक्ष बुढार एवं भाजपा समर्थित प्रत्याशी रमेश कोल पूर्व जनपद अध्यक्ष सोहागपुर को हराकर राजेश बैगा ने शानदार जीत दर्ज की है।
संभाग में सबसे ज्यादा सोहागपुर में बैगा
संभाग में बैगा समाज की सबसे अधिक जनसंख्या सोहागपुर जनपद क्षेत्र में है। राजेश बैगा को अपने समाज का एक तरफा जनसमर्थन मिला वही ठाकुर एवं ब्राह्मण वोट के बल पर राजेश ने भाजपा एवं कांग्रेस दोनों के सभी समीकरणों को ध्वस्त कर दिया। गौरतलब है अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष की खुशी के लिए शुरू हुआ जोड़ घटाने का समीकरण में राजेश बैगा को जोड़ने में इस्तेमाल किया जाता है या घटाने में दूसरी तरफ राकेश किसके इशारे पर किस गुट में वजन बढ़ाएंगे इसे आने वाले समय बताएगा।