UJJAIN. मध्यप्रदेश के उज्जैन में शराब की दुकानों को बंद करने का विरोध एक बार फिर गरमाने लगा है। यहां शहर की महिलाओं ने महामृत्युंजय द्वार के समीप शराब की दुकान खोलने के दौरान बीते दिनों तोड़फोड़ और हंगामा किया था। इसके बाद दुकान को थोड़ी दूर पर स्थापित करने की कोशिश की गई, लेकिन जिला प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद दुकान का स्थान ही बदल दिया गया। शराब ठेकेदार अजय तिवारी के मुताबिक व्यवसायिक क्षेत्र में जब दुकान खोली गई तो यहां भी लोगों का विरोध जारी है। कुछ महिलाओं ने शराब की दुकान पर पहुंचकर पत्थर फेंके। इस दौरान हाथापाई की नौबत तक आ गई। पत्थरबाजी की घटना में शराब ठेकेदार के कर्मचारी को चोट भी आई।
शराब विरोध को लेकर उमा ने खोला था मोर्चा
प्रदेश की राजधानी भोपाल के मिसरोद की शराब दुकान पर प्रदेश की पूर्व मुख्मंत्री उमा भारती ने 7 जून को पत्थर फेंककर विरोध प्रदर्शन और हंगाम किया था। इस दौरान वह दुकान के सामने ही कुर्सी लगाकर बैठ गईं। उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या सारे अहाते भरे हुए हैं और लोग पी रहे हैं। जिस पर लोगों ने हां में जवाब दिया। उन्होंने बीजेपी सत्ता और संगठन पर भी निशाना साधा है। जिसके बाद उमा का यह पत्थरकांड प्रदेश के अलग-अलग जिलों में आए दिन देखने को मिल जाता है।
तीन बार बदल चुकी हैं दुकान की जगह
उज्जैन के महामृत्युंजय द्वार के समीप स्थित शराब की दुकान का स्थान 3 बार बदला जा चुका है। ज्ञात हो कि पत्थर फेंकने की इस घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात रहा। इस इलाके में रहने वाली नम्रता व्यास का कहना है - पहले यह दुकान महेश विहार में खोली जा रही थी, वहां लोगों का विरोध हुआ तो दुकान का स्थान बदल दिया गया। अब उनके घर के समीप शराब की दुकान खोलने की कवायद की जा रही है। इससे लोगों का जीना दूभर हो जाएगा। इसी को लेकर विरोध जारी है। हालांकि घटना के बाद जिला विकास प्राधिकरण के हस्तक्षेप के बाद दुकान के स्थान को बदल दिया गया।
ये भी पढ़ें...
क्या कहना है पुलिस का
सीएसपी ओपी मिश्रा ने बताया कि यदि इलाके के लोगों को किसी प्रकार की आपत्ति है तो वे लिखित रूप से प्रशासनिक अधिकारियों और आबकारी अधिकारी को अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। लेकिन पत्थर फेंक कर कोई कानून हाथ में नहीं ले सकता है। उन्होंने बताया कि कानून हाथ में लेने की खबर मिलने के बाद पुलिस बल को मौके पर तैनात कर दिया गया। शराब की दुकान को लेकर चल रहे विरोध की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया था। महिला पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष रूप से तैनात किया गया है।
महिलाओं की रोल मॉडल बनीं उमा भारती
मध्य प्रदेश सरकार ने आबकारी नीति में बदलाव करते हुए अहातों को बंद करने का निर्णय लिया जा चुका है। उमा भारती के प्रदर्शन के बाद मध्य प्रदेश में शराब की दुकान के खिलाफ महिलाओं का प्रदर्शन जारी है। उज्जैन में भी आबकारी नीति लागू होने के बाद महिलाओं के तीन बड़े प्रदर्शन हो चुके हैं। इन प्रदर्शनों में खास बात यह रही कि दुकानों पर पत्थर फेंके गए। उमा भारती के प्रदर्शन के पहले इस प्रकार की घटनाएं सुनने और देखने को नहीं मिलती थीं।