सुनील शर्मा , BHIND.भिंड में बेख़ौफ़ अपराधियों को प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविन्द भदौरिया के घर के पास एक युवक की मारपीट कर फायरिंग करना और गुंडागर्दी करना बहुत मंहगा पड़ गया। पुलिस ने तीनो को पकड़ा भी और आसपास के इलाके में कान पकड़कर जुलूस भी निकाला जिसमें वे कह रहे थे अपराध करना पाप है। हालांकि किसी भी आरोपी के इस तरह जुलूस निकालने पर सरकार ने रोक लगा रखी है।पुलिस अधिकारी ऐसे किसी जुलूस की जानकारी होने से ही इंकार कर रहे हैं।
ये थी घटना
जानकारी के मुताबिक मीरा कॉलोनी के रहने वाले फरियादी विमल दुबे द्वारा 26 अक्टूबर को कोतवाली पुलिस में शिकायत की गई थी कि रात क़रीब साढ़े आठ बजे के आसपास पीड़ित अपने घर के बाहर दोस्त संजय सेथिया से बातचीत कर रहा था इसी दौरान वहां तीन लोग मोटरसाइकिल से आकर रुके, बाइक को बंटू दुबे चला रहा था और बीच में गोपाल शुक्ला के साथ बॉबी उर्फ बिल्ला बैठा था, रुकने के बाद गोपाल शुक्ला ने पुरानी रंजिश के चलते फरियादी से गाली गलौज की जब उनसे गालियां देने से मना किया गया तो तीनों आरोपी विवाद करने लगे इसी बीच बॉबी उर्फ बिल्ला ने अपने हाथ में लिये कट्टे से फायर कर दिया और मौके से फरार हो गये ।
मंत्री के मुहल्ले में घटना से पुलिस ही सक्रिय
वहीं घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची और फरियादी की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की। शिकायत के बाद से लगातार पुलिस पर आरोपियों की गिरफ्तारी का दबाव था, क्योंकि घटना स्थल मीरा कॉलोनी था जहाँ प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया का भी घर है, पुलिस के मुताबिक इस घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश कर रही थी, चूँकि विवेचना में जानकारी सामने आई की आरोपी बॉबी बिल्ला आदतन अपराधी है, जिसके खिलाफ पूर्व में भी पाँच मामले शहर कोतवाली में दर्ज हैं, साथ ही अन्य दो आरोपियों की भी पहचान कर ली गई. साथ ही मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया, शनिवार रात पुलिस को आरोपियों की लोकेशन की जानकारी मुखबिर द्वारा मिली जिस पर दबिश देकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद निकाला जुलूस
बात गिरफ्तारी तक सीमित नहीं रही रविवार को पुलिस ने तीनों आरोपियों को रस्सी से बांधकर इलाके में जुलूस भी निकाला गया , साथ ही उनसे नारे भी लगवाए, जिनकी तस्वीरें मीडिया के कैमरा में भी कैद हो गईं। कुछ लोग इस पर आपत्ति भी उठा रहे हैं उनका कहना है कि 26 नवम्बर 2020 को आदेश जारी करते हुए पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा आपराधिक प्रकरणों के आरोपी संदेही एवं पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये व्यक्तियों का किसी भी परिस्थिति में आम जनता के बीच पुलिस द्वारा जुलूस निकालने पर पाबंदी लगा दी गई थी,बावजूद इसके भिंड पुलिस द्वारा इन आदेशों को ठेंगा दिखाते हुए आरोपियों का गली मोहल्ले में जुलूस निकालते हुए अपराध करना पाप है नारे लगवाए गए,हालांकि पुलिस अधिकारी जुलूस और नारों की बात को कैमरे के सामने नकारते हुए बताया कि वह तो आरोपियों को घटनास्थल की शिनाख्त करने ले कर गए थे।