संजय गुप्ता, INDORE. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) इंदौर के 2021-23 के एमबीए बैच का 100 प्रतिशत प्लेसमेंट हुआ है। इसमें 160 से अधिक रिक्रूटर्स ने 2 साल के पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम (पीजीपी) और इंटीग्रेटेड प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (आईपीएम) से 568 छात्रों को ऑफर दिए। इसमें से 12 छात्रों को कंपनियों ने 1.14 करोड़ के पैकेज पर लिया है। जो बीते उच्चतम पैकेज की तुलना में 132.6 फीसदी ज्यादा था। वहीं पूरी बैच का औसत पैकेज जो साल दर साल 20.8 प्रतिशत बढ़ रहा है।
पिछले साल की तुलना में 12.9 प्रतिशत से बढ़ा पैकेज
पिछले साल की तुलना में इस साल मीडियन पैकेज 27.20 लाख रुपए प्रति वर्ष रहा, जो 12.9 प्रतिशत से बढ़ा है। इस वर्ष, संस्थान की प्लेसमेंट प्रक्रिया में 80 से अधिक नए नियोक्ता शामिल हुए, जिनमें आरती इंडस्ट्रीज, अडाणी ग्रुप, अफ्रीकन इंडस्ट्रीज ग्रुप, अल्केम लेबोरेटरीज, एएम/एनएस, एंबिट कैपिटल, बीरा 91, ब्लैकरॉक, केविनकेयर, सिटी बैंक, डीसीएम श्रीराम, डेल्हीवरी, डीआईएसवाईएस, डोलसेरा, एडलवाइस अल्टरनेटिव एसेट एडवाइजर्स, एक्साइड इंडस्ट्रीज, ईएक्सएल एनालिटिक्स, ईवाई पार्थेनन, जेनपैक्ट, हेलॉन आदि शामिल थे।
डायरेक्टर ने सभी को दी बधाई
आईआईएम इंदौर को लगातार प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक के रूप में मान्यता दी गई है। संस्थान को 3 अंतर्राष्ट्रीय मान्यता एजेंसियों एएमबीए, एएसीएसबी और एक्विस से ट्रिपल क्राउन मान्यता से सम्मानित किया गया है, जो कि केवल 3 भारतीय बी-स्कूलों द्वारा प्राप्त किया गया है। प्रबंधन और अनुसंधान में संस्थान ने ग्लोबल एमबीए श्रेणी के तहत एफटी रैंकिंग शीर्ष 100 में भी स्थान हासिल किया है। इस अवसर पर आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमांशु राय ने उत्कृष्ट प्लेसमेंट हासिल करने के लिए प्रतिभागियों को बधाई दी और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि हम आईआईएम इंदौर में विश्व स्तरीय प्रबंधन शिक्षा और विद्यार्थियों को स्थायी मूल्य प्रदान करके, अपने उद्योग संबंधों (इंडस्ट्री-कनेक्ट) को मजबूत करने के लिए सदा दृढ़ रहे हैं। चुनौतीपूर्ण समय का सामना करते हुए हमारे विद्यार्थियों द्वारा प्राप्त शानदार प्लेसमेंट इसका प्रमाण है।
इस सेक्टर में रही सबसे ज्यादा मांग
आईआईएम में परामर्श क्षेत्र हमेशा से प्लेसमेंट का सबसे अभिन्न अंग रहा है और ये इस वर्ष भी रहा। बैच के 29 प्रतिशत प्रतिभागियों को एक्सेंचर स्ट्रैटेजी, एक्सेंचर टेक कंसल्टिंग, एक्यूवॉन कंसल्टिंग, एस्पेक्ट रेशियो, एवलॉन कंसल्टिंग, बैन एंड कंपनी, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी), डेलॉइट इंडिया, डेलॉइट यूएसआई, एवरेस्ट ग्रुप, एवरसाना, अर्न्स्ट एंड यंग, ईवाई पार्थेनन, जीईपी वर्ल्डवाइड, एचसीएल टेक, इंफोसिस कंसल्टिंग, केर्नी, केपीएमजी, मैकिन्से एंड कंपनी, एमएक्सवी कंसल्टिंग, पीडब्ल्यूसी इंडिया, पीडब्ल्यूसी यूएस एडवाइजरी, रेडसीर कंसल्टिंग, समग्र और वेक्टर कंसल्टिंग जैसी प्रतिष्ठित फर्मों के ऑफर मिले।
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18 फीसदी प्रस्ताव फाइनेंस सेक्टर के रहे
कुल प्रस्तावों के 18 प्रतिशत प्रस्ताव वित्त क्षेत्र से रहे। इनमें एंबिट कैपिटल, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ अमेरिका, बार्कलेज, ब्लैकरॉक, सिटी बैंक, क्रेडिट सुइस, डी.ई. शॉ, डेल्हीवरी, डॉयचे बैंक, डीआईएसवायएस, एडलवाइस अल्टरनेटिव एसेट एडवाइजर्स, गोल्डमैन सैक्स, एचडीएफसी बैंक, हाउलिहान लोके, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, आईसीआरआई, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, आईआईएफएल वेल्थ एंड एसेट मैनेजमेंट, इंडिगोएज, जेपी मॉर्गन चेस एंड कंपनी, लिंकन इंटरनेशनल, नोमुरा, ओ-3 कैपिटल, पिरामल अल्टरनेटिव्स, एसबीआई कैपिटल, स्टेकबोट कैपिटल, स्टैंडर्ड चार्टर्ड और टीवीएस कैपिटल फंड्स शामिल
थे।
सेल्स मार्केटिंग में भी 18 फीसदी रहे प्रस्ताव
सेल्स और मार्केटिंग डोमेन में एबी इनबेव, एशियन पेंट्स, एटमबर्ग टेक्नोलॉजीज, बजाज ऑटो, केविनकेयर, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, एवरेस्ट इंडस्ट्रीज, हेलॉन, हीरो मोटोकॉर्प, एचयूएल, आईबीएम, इंफोसिस लिमिटेड, आईटीसी, जॉनसन एंड जॉनसन, एलएंडती टेक्नोलॉजी सर्विसेज, लोढ़ा ग्रुप, पेप्सिको, रेकिट, रिन्यू पावर, सैमसंग, टीएएफए, और तोलाराम शामिल हुए, जिन्होंने 18 प्रतिशत बैच के लिए ऑफर पेश किए।