नासिर बेलिम रंगरेज, INDORE. इंदौर जिले की सांवेर तहसील के किठोदा गांव के "सतलोक आश्रम" में जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का 3 दिवसीय भव्य आयोजन हुआ। 6 सितंबर से 8 सितंबर तक होने वाले कार्यक्रम में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, कार्यक्रम में 7 सितंबर को सतलोक आश्रम में संत के अनुयायियों ने भव्य रक्तदान शिविर लगाया। इसमें लगभग 480 भक्तों ने रक्तदान किया और 20 हजार से ज्यादा भक्तों ने देहदान का संकल्प लिया। 60 से ज्यादा जोड़ो का बिना किसी दान-दहेज के बिना किसी प्रकार की साज-सजावट बगैर श्रृंगार और किसी भी प्रकार के फिजूल खर्चे के मात्र 17 मिनिट में विवाह संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में पहुंचे लाखों श्रद्धालु
रामपाल महाराज के आश्रम में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। सांवेर रोड पर सड़क के दोनों ओर लगभग 5 से 6 किलोमीटर तक गाड़ियों की लंबी कतार लगी रहीं। 3 दिवसीय कार्यक्रम में लाखों श्रद्धालु शामिल हुए, जिनके लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई, आश्रम में श्रद्धालुओं के लिए स्वादिष्ट भोजन बनाया गया जिसमें शुद्ध देशी घी के लड्डू, जलेबी,हलवा,सब्जी-पूड़ी,दाल-चावल का प्रसाद बनाया गया। 2 दिनों तक चले भंडारे में 10 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए।
आश्रम के केयरटेकर ने बताया कि हमने संगत को आकर प्रसाद पाकर वापस जाने के लिए कहा है ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था ना फैले, संत रामपाल जी महाराज के 72वे अवतरण दिवस पर सेवादारों ने पूरे आश्रम को अंदर और बाहर से दुल्हन की तरह सजाया
विवादों के बाद भी प्रशंसकों की संख्या नहीं हुई कम
हरियाणा के हिसार से आने वाले संत रामपाल महाराज शुरू से विवादों में घिरे रहे हालांकि इसके बावजूद उनके प्रशंसकों की संख्या कम नहीं हुई, हत्या के मामलों में फिलहाल जेल में बंद रामपाल महाराज का नया ठिकाना उज्जैन इंदौर रोड के किठौरा गांव में हो गया है जहां लाखों की संख्या में उनके प्रशंसक महाराज के 72 वें अवतरण दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले भव्य कार्यक्रम में शामिल हुए है, महाराज के समर्थकों ने हरियाणा में विवाद के बाद अब महाराज का नया आश्रम उज्जैन इंदौर रोड पर बना लिया है, आपको बता दें हरियाणा उत्तर प्रदेश जैसे राज्यो से जुड़े कई संत अब अपना पड़ाव उज्जैन के आसपास बना चुके हैं रामपाल महाराज से पहले उत्तर प्रदेश के जयगुरुदेव महाराज के निधन के बाद उनके शिष्य ने भी उज्जैन में भव्य आश्रम बना लिया है।