भोपाल. AIIMS भोपाल में मौत बांटने का मामला सामने आया है। यहां एक 10 साल की बच्ची को HIV पॉजिटिव का ब्लड चढ़ा दिया गया। जिससे बच्ची की मौत हो गई। जानलेवा लापरवाहियों का सिलसिला यहीं नहीं रूका, दूसरे मरीज के ब्लड ट्रांसफ्यूजन में लापरवाही बरती गई। इसकी वजह से मरीज की मौत हो गई। तीसरा मामला और भी हैरान करने वाला है। इसमें पिपलानी इलाके के एक लड़के ने एम्स की ब्लड बैंक में ब्लड डोनेट किया था। ब्लड डोनेशन के बाद युवक HIV संक्रमित हो गया। एम्स में रिपोर्ट छिपाने की वजह से युवक की पत्नी भी HIV संक्रमित हो गई। ये तीन मामले एम्स की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करते हैं। खास बात ये हैं कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से शिकायत के बाद भी मामला दबाने की कोशिश की गई।
नोटिस जारी कर जांच के आदेश: इन मामलों में मप्र के हेल्थ डायरेक्टर और राज्य रक्तदान परिषद के संचालक ने AIIMS मैनेजमेंट को नोटिस जारी किया है। नोटिस में जांच के आदेश दिए हैं। फूड एंड ड्रग्स विभाग, मप्र एड्स कंट्रोल सोसाइटी, AIIMS भोपाल की कमेटी मामलों की जांच कर रही है। AIIMS भोपाल के डायरेक्टर डॉ. नितिन एम. नागरकर ने बताया कि खून चढ़ाने में लापरवाही से जुड़ी तीन शिकायतें मिली है। पहली शिकायत गलत ग्रुप का ब्लड चढ़ाने की है। दूसरी शिकायत एचआईवी संक्रमित ब्लड चढ़ाने की है। तीसरी शिकायत में मरीज ने ब्लड बैंक के अफसरों के खिलाफ टेस्ट रिपोर्ट छिपाने की शिकायत की है। इनकी जांच की जा रही है। इससे पहले 17 जनवरी 2022 को भोपाल एम्स की अधीक्षक डॉ. मनीषा श्रीवास्तव ने एड्स कंट्रोल सोसाइटी के परियोजना संचालक को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने बताया था कि दो मरीजों को HIV संक्रमित ब्लड चढ़ाए जाने के मामले में कमेटी जांच कर रही है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद सोसाइटी को भेज दी जाएगी।
ये मामले......
10 साल की बच्ची की मौत: 11 मार्च को एम्स की ब्लड बैंक से 10 साल की बच्ची को ब्लड चढ़ाया गया। इसके बाद बच्ची की मौत हो गई। बच्ची का परिवार आदमपुर छावनी में रहता था। बच्ची के पेरेंट्स ने राष्ट्रपति, PMO, एम्स प्रबंधन से शिकायत की थी। शिकायत में बताया गया कि उसके रिश्तेदार ने बैंक में यह कहते सुना था कि 813/21 नंबर का ब्लड HIV संक्रमित था। इसके अगले दिन बच्ची की HIV जांच की गई। जांच में बच्ची HIV संक्रमित पाई गई। आरोप है कि एम्स ने मामला दबाने के लिए दोबारा सैंपल बदलकर जांच की।
पति और पत्नी HIV पॉजिटिव: 7 जून 2017 को पिपलानी इलाके के एक युवक ने एम्स की ब्लड बैंक में ब्लड डोनेट किया था। ब्लड डोनेट करने के कुछ दिन बाद ही युवक की तबीयत बिगड़ने लगी। जांच में युवक HIV पॉजिटिव आया। शिकायत में युवक ने बताया कि ब्लड के टेस्ट में एम्स ने मुझे इस बीमारी के बारे में नहीं बताया। इसकी वजह से मेरी पत्नी भी संक्रमित हो गई। युवक को आशंका है कि डोनेशन के समय जो सिरिंज लगाई, उसकी वजह से वह संक्रमित हुआ।
लापरवाही से गई जान: 25 नवंबर 2021 को झांसी के एक मरीज को ब्लड चढ़ाया गया था। ब्लड चढ़ने के बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। मरीज ने शिकायत में बताया था कि उसका ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव है। इसके बाद भी उसे दूसरे ग्रुप का ब्लड चढ़ा दिया गया। इसके कुछ समय बाद युवक की मौत हो गई।