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BHIND. भिंड के लहार में खूंखार डकैत रहे 100 वर्षीय पंचम सिंह ने ब्रह्माकुमारी आश्रम को पचास अपना लाखों का मकान दान कर दिया था। इसके बाद ब्रह्माकुमारी संस्था ने पंचम सिंह को संचालक नियुक्त कर दिया था। ब्रह्माकुमारी आश्रम के पीछे नगर पालिका का शॉपिंग कॉम्प्लेक्स है। कॉम्प्लेक्स को मेन रोड से जोड़ने के लिए नगर पालिका प्रशासन ब्रह्माकुमारी आश्रम और दर्जनों दुकानें को हटाने की कार्रवाई कर रहा है। इसके विरोध में पंचम सिंह ने प्रशासन को आमरण अनशन कर प्राण त्यागने तक की चेतावनी दी है।
50 वर्षों से भवन में हो रहा है नियमित सत्संग
नपा से नोटिस मिलने के बाद पूर्व डकैत ने नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ विरोध का बिगुल बजा दिया है। आश्रम खोलने के लिए पंचम सिंह ने लहार में पचास लाख का मकान दान किया था। गीता पाठशाला में लगभग 50 वर्षों से नियमित सत्संग हो रहा है। पंचम सिंह ने कहा कि नगर पालिका को मंदिर को तोड़ने का भी अधिकार है। लेकिन इसकी नपा को दूसरी जगह मकान देना चाहिए, जिससे धार्मिक संस्था का सुचारू रूप से जीते जी संचालन हो सके। उन्होंने कहा कि नगर पालिका प्रशासन की जोर जबरदस्ती के खिलाफ आमरण अनशन कर प्राण भी त्याग देंगे। लहार नगर पालिका सीएमओ महेश पुरोहित का कहना है कि पंचम सिंह किराएदार हैं। नगर पालिका का किराएदार मानते हुए संपत्ति को तोड़ने का आदेश जारी किया गया है।
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सत्तर के दशक में पंचम सिंह की बंदूक गरजती थी
गौरतलब है कि सत्तर के दशक में पंचम सिंह की बंदूक गरजती थी। चंबल इलाके में समानांतर सरकार चलाने वाले पंचम सिंह का सामना करने की पुलिस में भी हिम्मत नहीं थी। पंचम सिंह पर 100 से ज्यादा हत्या, लूट, डकैती के मामले दर्ज थे। सरकार ने पंचम सिंह पर लाखों रुपए का इनाम रखा हुआ था। गांधीवादी विचारक डॉक्टर एसएन सुब्बाराव की पहल पर महात्मा गांधी सेवा आश्रम जौरा में 1972 में पंचम सिंह ने 500 से अधिक साथियों के साथ सरेंडर कर दिया था। सरेंडर करने के बाद पंचम सिंह को मुंगावली की खुली जेल में रखा गया। जेल में रहते हुए पंचम सिंह प्रजापति ब्रह्माकुमारी संस्था के सदस्य बन गए और बाहर आने पर ज्यादातर संपत्ति संस्था को दान कर दी।