Seoni, Vinod Yadav. सिवनी जिले की केवलारी तहसील में शासन की राहत राशि में 11 करोड़ 16 लाख रुपए की राशि का गोलमाल करने वाला मास्टर माइंड नाजिर सचिन दहायत को पुलिस ने नागपुर से गिरफ्तार कर लिया है। सचिन दहायत अधिकारियों को घोटाले की भनक लगने के बाद डेढ़ महीने पहले फरार हो गया था। इस दौरान उसने जमकर अय्याशी भी की और गबन के रुपयों को पानी की तरह उड़ाया। पुलिस का कहना है कि गबन की राशि में से 5 करोड़ रुपए आरोपी ने खर्च कर दिए हैं।
10 हजार का था ईनामी
दरअलस मामले का भंडाफोड़ होने के बाद पुलिस उसकी सघनता के साथ तलाश कर रही थी और सचिन दहायत के खिलाफ 10 हजार रूपए का इनाम पुलिस ने घोषित किया था। पुलिस की सघन जांच के दौरान दो दिन पूर्व पुलिस को आरोपी सचिन दहायत की नागपुर महाराष्ट्र में होने के संकेत मिले थे जिसके बाद पुलिस की टीम उसे गिरफ्तार कर सिवनी लेकर आईं।
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अय्याशी में उड़ाए रुपए, रिश्तेदारों को भी कराई खरीदारी
पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने अपने जीजा को पांच लाख रुपए की नकद राशि देने और मां बहन के लिए लाखों के जेवरात और जबलपुर में प्लाट खरीदने की बात कबूल की है। वहीं जुआं और अय्याशी में पांच करोड़ रुपए खर्च करना बताया है। अय्यशी में खर्च किए गए ढाई करोड़ रुपए के ऑनलाईन रिकार्ड भी पुलिस के हाथ लगे हैं। फिलहाल केवलारी पुलिस न्यायालय में पेश कर रिमांड में लेकर सघन पूछताछ करेगी जिसके बाद ओर भी खुलासा हो सकता है। बता दें कि पहले ट्रेजरी के बाबू सहित सात लोग जेल जा चुके हैं अब आठ आरोपी हो गए हैं।
ये है मामला
दरअसल सिवनी में आरबीसी 6-4 के तहत प्राकृतिक आपदाओं के शिकार लोगों और उनके परिजनों को दी जाने वाली राहत राशि में करीब 11.16 करोड़ के गबन का मामला सामने आया था। मामला सामने आने के बाद केवलारी तहसीलदार हरीश लालवानी के निर्देश पर पुलिस थाना केवलारी में सहायक ग्रेड -3 कर्मचारी सचिन दहायत के खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।