Jabalpur. जबलपुर के भिटौनी स्टेशन के पास से चुराई गईं कई टन पटरियां आरपीएफ ने मंडीदीप की एक फाउंड्री से बरामद कर ली हैं। मंडीदीप में हुई इस कार्रवाई के बाद से उस फाउंड्री का मैनेजर फरार है, जहां रेलवे की पटरियां गलाई जानी थीं। बता दें कि पिछले दिनों भिटौनी स्टेशन में पटरियां बदलने का काम करने वाले ठेकेदार पर आरोप लगा था कि उसने कई टन पटरियों को ब्लैक मार्केट में बेच दिया था।
एक और आरोपी हुआ गिरफ्तार
शुरूआती तौर पर आरपीएफ ने इस मामले में आरोपी ठेकेदार सोमेश श्रीवास्तव और एक ट्रक चालक को आरोपी बनाया था। मंडीदीप में हुई बरामदगी के बाद आरपीएफ ने तसलीम नाम एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया है। वहीं जांच में रेलवे के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के एक अधिकारी और आरपीएफ स्टाफ की संलिप्तता भी सामने आ रही है। जिसके चलते उक्त अधिकारी और स्टाफ के खिलाफ भी गोपनीय जांच चल रही है।
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यह था मामला
पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर मंडल के भिटौनी स्टेशन के पास ट्रेक की पटरियां बदली जानी थीं। जिसका ठेका सोमेश श्रीवास्तव को दिया गया था। यहां से निकाली गई पुरानी पटरियां और कुछ नई पटरियों को ठेकेदार द्वारा ब्लैक मार्केट में बेच दिया गया। जब स्टोर में पुरानी पटरियां नहीं मिलीं तो इंजीनियरिंग विभाग ने आरपीएफ को मेमो दिया जिसके बाद गायब पटरियों की पड़ताल शुरू की गई थी। मामला करीब 24 टन वजनी रेल पटरियों की चोरी का था, जिन्हें जिस ट्रक के जरिए गायब किया गया आरपीएफ ने वह ट्रक जब्त कर लिया था।
कबाड़ी और रेलवे के बड़े नेक्सस का हो सकता है पर्दाफाश
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक रेलवे के अधिकारी ही ठेकेदारों के जरिए कबाड़ियों तक रेलवे की संपत्ति खुर्दबुर्द कर रहे थे। आरपीएफ ने इस संबंध में रद्दी चौकी के एक कबाड़ी तसलीम को तो दबोच लिया है, लेकिन उसे अब पटरियां गलाने वाली फाउंड्री के मैनेजर समेत रेलवे के घपलेबाज अधिकारियों की भी तलाश है।