14 साल के छात्र ने की खुदकुशी: स्कूल जाना था, बस स्टाफ ने नहीं बैठाया, स्कूटी भी नहीं मिली

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14 साल के छात्र ने की खुदकुशी: स्कूल जाना था, बस स्टाफ ने नहीं बैठाया, स्कूटी भी नहीं मिली

बैतूल. बैतूल (Betul) जिले के आमडोह (Amdoh) गांव में 22 नवंबर को 14 साल के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या (suicide) कर ली। छात्र कक्षा 9 वीं में पढ़ता था। फांसी लगाने का कारण स्कूल न पहुंचना बताया जा रहा है। छात्र घर से स्कूल (school) के लिए निकला था। लेकिन बस (bus) कंडक्टर ने उसे नहीं बैठाया। वह वापस घर पहुंचा। वह स्कूटी (scooty) से स्कूल जाना चाहता था। लेकिन घरवालों ने स्कूटी देने से इनकार कर दिया। इसी बात से परेशान छात्र ने घर के पीछे पेड़ पर लटक कर जान दे दी।

डिप्रेशन के कारण छात्र ने की आत्महत्या

मृतक छात्र का नाम राहुल (rahul) सरदार है। वह स्कूल का नियमित छात्र था। वह कभी भी स्कूल छोड़ना पसंद नहीं करता था। आज भी वह स्कूल जाना चाहता था। राहुल आमडोह का रहने वाला था, जो 6 किमी दूर चोपना के सरकारी स्कूल में पढ़ता था। राहुल रोज यात्री बस से स्कूल जाता था। राहुल के पिता मुबई में कारपेंटर का काम करते हैं।

वह रोज की तरह स्कूल के लिए निकला, लेकिन चोपना में साप्ताहिक बाजार लगता है, इसलिए बस यात्रियों से भरी हुई थी। इसी कारण कंडक्टर ने उसे बैठाने से मना कर दिया।

राहुल घर गया। उसने मां से स्कूटी की चाबी मांगी। मां ने चाबी देने से इनकार कर दिया, क्योंकि बाजार वाला दिन था और राहुल के पिता भी स्कूटी देने से मना करते थे। इसी बात से दुखी राहुल घर से बाहर चला गया। थोड़ी देर बाद मां ने उसे खोजने की कोशिश की, तो वह पेड़ पर लटका मिला। पुलिस मौके पर पहुंची। बच्चे के परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है।

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