Damoh. शरद ऋतु का आगमन हो चुका है लेकिन प्रदेश में अभी भी लगातार बारिश हो रही है। दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लाक में सोमवार की दोपहर से शुरू हुई बारिश मंगलवार की सुबह तक जारी रही। तेज बारिश के कारण नगर और ग्रामीण क्षेत्रो में पानी ही पानी दिखा तो वहीं लगातार 18 घंटे हुई बारिश से जामनी नदी पर बना पठाघाट का पुल डूब गया इसके बाद भी लोग अपनी जान जोखिम में डालकर पुल पार करते रहे। बारिश से घरों, नालियों से लेकर सड़को पर भी पानी बहता दिखा और क्षेत्र के नदी, नाले भी तेज उफान पर रहे।
पुल डूबने से 18 गांव प्रभावित
लगातार 18 घंटे हुई बारिश से तेंदूखेड़ा मुख्यालय से तीन किमी दूर जामुंखेड़ा ग्राम मार्ग पर पठाघाट पुल रात में ही पानी से डूब गया और मंगलवार सुबह तक पुल के उपर से करीब चार फिट पानी बहता रहा। पुल डूबने से पठाघाट के उस पार बसे 18 गांव के लोगों का संपर्क टूट गया और सुबह नौ बजे तक लोगों को घरों में ही कैद रहना पड़ा। जिन लोगों को जरूरी काम था वह अपनी जान जोखिम में डालकर पुल से आवागमन करते रहे जबकि सभी 18 गांव के लोग पुल उतरने का इंतजार करते रहे।
खेत में कटी रखी फसलें डूबी
सोमवार को हुई बारिश से क्षेत्र के किसानों को बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है। तेज बारिश के कारण खेत पानी से भर गये। किसान अनिल यादव ने बताया कि मूंग की फसल पहले ही खराब हो चुकी थी और अब खेत में लगी धान की कटाई चल
रही थी उसी समय सोमवार को तेज बारिश होने से खेत भर गये और फसल पूरी तरह नष्ट हो गई। किसान उजयार सिंह ने बताया कि फसलें बारिश में खराब हो गई हैं साथ ही जो खेत गेंहू की फसल के लिये सुरक्षित थे वह भी पानी से लबालब
भर गये हैं। ऐसी स्थिति में उन खेतो में बुआई भी होना संभव नहीं है। अन्य किसानों ने बताया कि सोमवार को हुई तेज बारिश में उनके खेत पानी से भर गये हैं। धान की फसल पूरी तरह आ चुकी थी, लेकिन कटाई के पूर्व ही तेज बारिश होने से फसल पानी से डूब गई। उनमें कटाई होना भी संभव नहीं है क्योंकि ना मजदूर खेतों में बैठ सकते हैं न हार्वेस्टर खेतों में घुस सकते हैं।