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रंकेश वैष्णव, BARWANI. बड़वानी में एकेटी फर्म भोपाल के कर्मचारी को लोकायुक्त टीम ने 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। बड़वानी लोअर गोई परियोजना नर्मदा घाटी प्रोजेक्ट राजपुर में भू-अर्जन, भू-सर्वे और शासकीय क्लीयरेंस लेने के लिए इस फर्म को अधिकृत किया गया है। शिकायतकर्ता से क्लीयरेंस के बदले रिश्वत ली थी।
यह है पूरा मामला
बड़वानी के राजपुर में रहने वाले गिरधारी कुशवाह ने लोकायुक्त में शिकायत की थी कि उनकी भूमि लोवर गोई परियोजना, नर्मदा घाटी प्रोजेक्ट द्वारा अधिग्रहित की गई है। इसका मुआवजे 23,57,850 बना है। राजपुर में भू-अर्जन, भू-सर्वे, शासकीय क्लीयरेंस लेने के लिए शासन द्वारा मैसर्स अम्बरीश कुमार त्रिपाठी कांट्रेक्टर फर्म (AKT) को “टर्न-की” कांट्रेक्टर दिया गया है, जिसमें आरोपी द्वारा आवेदक को जाकर बताया गया कि आपके खेत से नहर जा रही है। इसका उसे मुआवजा मिलना है। मुआवजा तभी मिलेगा, जब उसे मुआवजे में से 3,37,000 रुपए दिए जाएंगे। आज आरोपी सुरेश बरोठ को आवेदक से प्रथम किश्त के रूप में रिश्वत राशि ₹50,000 लेते हुए ट्रैप किया गया । आरोपी सुरेश ने रिश्वत की राशि लेकर प्राइवेट व्यक्ति प्रकाश कुशवाह को दे दी। इस कारण उसे भी सह आरोपी बनाया गया है।
लोकायुक्त ने ये कहा
इंदौर लोकायुक्त के डीएसपी प्रवीण बघेल ने मीडिया को बताया कि शिकायतकर्ता ने शिकायत की थी कि एनबीडीए में उसकी जमीन गई है। इसका करीब 23 लाख रुपए मुवावजा मिलना है। इस मुआवजे को दिलाने के लिए ये रिश्वत मांगी गई थी।