CHATARPUR. छतरपुर के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बागेश्वर धाम के प्रति लोगों की तेजी से आस्था बढ़ी है । देश विदेश में भी इस स्थान को लेकर लोगों की श्रद्धा है, यही वजह है कि यहां रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इस स्थान के प्रति लोगों की जिस तरह से कम समय में आस्था बढ़ी है। उसी तरह यहां भीड़ भी बढ़ी है जिसके परिणाम स्वरूप यहां पर आने वाले लोग बढ़ी संख्या में गायब हो रहे हैं। छतरपुर जिला के बमीठा थाना क्षेत्र में आने वाले गढ़ा गांव के इस स्थान से चार महीने में अलग-अलग स्थानों के 21 लोग गायब हो चुके हैं, इसमें किसी की बेटी तो किसी का बेटा या फिर किसी के पति और पिता हैं। अभी तक पुलिस इनमें से केवल नौ लोगों को ही तलाश कर उनके परिजनों के पास पहुंचा पाई है, लेकिन एक दर्जन लोग अभी भी पुलिस की डायरी में ही गुम हैं। एसपी अमित सांघी का कहना है कि यहां लाखों लोग आते हैं। भीड़ अधिक होती है इसलिए लोग बिछड़ जाते हैं, जो गायब है उनमें कुछ मानसिक बीमारियों से पीड़ित हैं, लेकिन फिर भी इन्हें तलाशने में लगी है।
हर मंगलवार- शनिवार लगती है श्रद्धालुओं की भीड़
मंगलवार और शनिवार को बागेश्वर धाम में अपनी मुराद लेकर आने वाले भक्तों की अधिक भीड़ उमड़ती है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि कुछ मांगने की चाहत लेकर आने वाले कई लोग धाम में अपनों को भी खोते जा रहे हैं। इसी साल के जनवरी माह से लेकर अब तक 21 लोग धाम से लापता हो चुके हैं। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम की चर्चाएं पूरे देश में हैं। देश-दुनिया के लोग अपनी अर्जी लगाने के लिए बागेश्वर धाम में रोजाना पहुंच रहे हैं। हफ्ते में मंगलवार और शनिवार को भक्तों की अधिक भीड़ होती है। यहां इन दो दिनों में श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में पहुंच जाती है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि कुछ मांगने की चाहत लेकर आने वाले कई लोग धाम में अपनों को भी खोते जा रहे हैं यानी बागेश्वर धाम से अब तक कई लोग गायब हो चुके हैं और उनका सुराग पुलिस भी लगाने में सक्षम नहीं है।
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गायब होने वालों में मानसिक बीमार भी शामिल
बागेश्वर धाम से गायब होने वाले लोगों में कई तो मानसिक बीमार हैं और कई ऐसे हैं जो भीड़भाड़ ज्यादा होने की वजह से अपने परिवारवालों से बिछड़ गए हैं. जिनका भी कोई पता नहीं लग पाया है। अपने बिछड़े और गुमशुदा लोगों की तलाश में देश के दूसरे राज्यों के रहने वाले तमाम लोग थानों और धाम के कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं।
21 में से केवल 9 लोगों को ही पुलिस अब तक ढूंढ पाई
बमीठा थाना में 1 जनवरी से अभी तक 21 से गुमशुदगी में मामले दर्ज हुए हैं. जिसमें से पुलिस अभी 9 लोगों को ही ढूंढ पाई है। जिन्हें पुलिस ने परिजनों के सुपुर्द कर दिया है, लेकिन अभी भी दर्जन से अधिक लोग लापता हैं जिन्हे पुलिस ढूंढने में लगी है। 20 वर्षीय एक लड़की जिसका नाम रवीना अहिरवार है वो 1 मई से लापता है। वहीं सागर जिले के अशोक पूरी 8 जनवरी से ही गुम हैं अब तक उनका कुछ पता नहीं लग पाया है। इसी के साथ रायसेन जिले की रहने वाली हल्की बाई फरवरी में अपने परिवार के साथ यहां आई थी। यहां आने के बाद वो अपने परिवार से बिछड़ गई। जो अब तक नहीं मिली है। ऐसे ही कई लोग हैं जो अब भी बागेश्वर धाम से लापता हैं। बताया जा रहा है इसमें से कई लोग मानसिक रूप से बीमार हैं। इस मामले में छतरपुर के एसपी अमित सांघी का कहना है कि जनवरी 2023 से लेकर अब तक 21 लोगों के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज की गई है। जिसमें से 9 लोग मिल चुके है बाकी 12 को पुलिस अब भी ढूंढ रही है।