भोपाल. पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को अलग-अलग कैटेगरी में मिलने वाले राष्ट्रपति पदकों (President medals) का ऐलान हो गया है। प्रदेश के 24 आईपीएस, राज्य पुलिस सेवा और पुलिस सेवा के कर्मचारियों-अफसरों को राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जाएगा। इसमें 17 को सराहनीय सेवा पुरस्कार (Meritorious Service Award) के लिए चुना गया हैं। जबकि तीन को वीरता और 4 को विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। इसमें इंदौर के पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र, सागर IG अनुराग, सागर SP तरुण नायक और ग्वालियर SP अमित सांघी का नाम भी शामिल हैं।
सराहनीय सेवा पुरस्कार: प्रदेश के 17 पुलिस अधिकारी-कर्मचारी को सराहनीय सेवा पुरस्कार के लिए चयनित किया गया हैं। इसमें इंदौर पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र, सागर आईजी अनुराग, ग्वालियर एसपी अमित सांघी, एआईजी पल्लवी त्रिवेदी, सब इंस्पेक्टर (एम) संजय सुधाकर निरखे, सुनील कुमार जैन इंस्पेक्टर (एम), सूर्यकांत अवस्थी डीएसपी लोकायुक्त, धैर्यशील येवले इंस्पेक्टर पीटीसी इंदौर, सुरेश कुमार गुप्ता इंस्पेक्टर रेडियो, दिनेश जोशी इंस्पेक्टर ईओडब्ल्यू, वीरेंद्र कुमार सिंह एसपी लोकायुक्त, हरेंद्र कुमार चंद्रया सब इंस्पेक्टर रेडियो, हरेंद्र कुमार मैथिल एएसआई, मदम मुरारी शुक्ला कांस्टेबल ईओडब्ल्यू, प्रेमलाल तिवारी कांस्टेबल (एम) ईओडब्ल्यू, रामप्रताप पटेल डिप्टी कमांडेंट 23वीं बटालियन एसएएफ, ओमप्रकाश श्रीवास्तव डीएसपी स्पेशल ब्रांच के नाम शामिल हैं।
वीरता पदक और विशिष्ट सेवा पदक: वीरता पदक के लिए तीन को चुना गया है। इसमें सागर SP तरुण नायक, SI हिम्मत सिंह और कांस्टेबल बैशाखू लाल शामिल हैं। इनके अलावा 4 को विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। इसमें एडीजी EOW डॉ. रविकुमार गुप्ता, सुभाष सिंह DSP पुलिस रेडियो ट्रेनिंग स्कूल इंदौर, निरंजन कुमार श्रीवास्तव इंस्पेक्टर (एम) और लल्लूराम त्यागी हेड कांस्टेबल सीआईडी PHQ का नाम शामिल हैं।
तरुण नायक को इसलिए मिला वीरता पदक: तरुण नायक तत्कालीन कमान्डेंट हॉक फोर्स बालाघाट में पदस्थ थे। उसी दौरान नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए चुनौती दी गई थी। लेकिन 9 और 10 जुलाई 2019 की रात को नक्सलियों ने पुजारीटौला में पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान तरुण नायक की नेतृत्व वाली टीम ने नक्सिलों की सर्चिंग की। यहां हुई मुठभेड़ में दो ईनामी नक्सली मारे गए। इनके अलावा कुछ नक्सली रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। इस कार्रवाई में साहस का प्रदर्शन करने के लिए तरुण नायक को वीरता मेडल से सम्मानित किया गया है।