अंकुश मौर्य, Bhopal. देश भर में फर्जी डिग्री बेचने का गोरखधंधा फैलाने के मामले में तेलंगाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। तेलंगाना की हैदराबाद पुलिस ने भोपाल के आरकेडीएफ (राम कृष्ण धर्मार्थ फाउंडेशन) यूनिवर्सिटी के कुलपति एमसी प्रशांत पिल्लई, इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल एमके चोपड़ा और पूर्व कुलपति एसएस कुशवाह को गिरफ्तार किया है। भोपाल की मिसरोद पुलिस ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। तेलंगाना पुलिस तीनों आरोपियों को लेकर हैदराबाद रवाना हो गई है। तीनों आरोपियों को हैदराबाद की नामपल्ली कोर्ट में पेश किया जाएगा। सूत्रों के हवाले से खबर है कि आरकेडीएफ ग्रुप के मालिक के रिश्तेदार को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। लेकिन बीमारी का बहाना बनाकर उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
फर्जी डिग्री बेचने के मामले में तेलंगाना पुलिस की कार्रवाई। #भोपाल के @UniversityRkdf के कुलपति एमसी प्रशांत पिल्लई, इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल एमके चोपड़ा और पूर्व कुलपति एसएस कुशवाह को हैदराबाद पुलिस ने आज दोपहर 3 बजे गिरफ्तार किया। @CMMadhyaPradesh @DrMohanYadav51 pic.twitter.com/jTsTA55uOi
— TheSootr (@TheSootr) May 17, 2022
ये है पूरा मामला
16 फरवरी को हैदराबाद पुलिस ने आरकेडीएफ यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर केतन सिंह को गिरफ्तार किया था। इससे एक बार फिर इस बात की पुष्टि हुई थी कि देश भर में फर्जी डिग्री बेचने के गोरखधंधे का काम राजधानी भोपाल से चल रहा है। मंगलवार को तीन नई गिरफ्तारियों के बाद इस मामले में अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। केतन ने बताया था कि इस काम के एवज में उसका हिस्सा केवल 10 प्रतिशत रुपए का ही था। बाकी का पैसा यूनिवर्सिटी के दूसरे लोग लेते थे। आरोपी ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि उसने अब तक 29 फर्जी डिग्रियां बांटी हैं।
छत्तीसगढ़ के विधायक को दी फर्जी डिग्री
आरकेडीएफ ग्रुप की एसआरके यूनिवर्सिटी से छत्तीसगढ़ की मनेंद्रगढ़ सीट से विधायक डॉ. विनय जायसवाल का फर्जी सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया था। मास्टर ऑफ सर्जरी की पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री धारी डॉ. विनय जायसवाल को पता चला था कि मध्यप्रदेश की प्राइवेट यूनिवर्सिटी से बिना पढ़े ही डिग्रियां मिल जाती हैं। जिसके बाद उन्होंने एक एजेंट के जरिए एसआरके यूनिवर्सिटी के एडमिशन काउंसलर मोइन कादरी से संपर्क किया था। कादरी ने 6 जुलाई 2019 को यूनिवर्सिटी के खाते में पैसा जमा कराए और बैक डेट में 2018 वर्ष का डीसीए (डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन) सर्टिफिकेट बनाकर भेज दिया।
आधी कीमत में 100 करोड़ की सरकारी जमीन हथियाई
हाल ही में आरकेडीएफ ग्रुप ने कोलार रोड पर बने एडवांस मेडिकल कॉलेज को खरीदा है। एडवांस मेडिकल कॉलेज को 25 एकड़ जमीन सरकार ने लीज पर दी थी। इस जमीन को बेचा या नीलाम नहीं किया जा सकता था। लेकिन यूनियन बैंक और जिला प्रशासन के अधिकारियों की मिलीभगत से 66 करोड़ रुपए में सरकारी जमीन को खरीद लिया गया।