UJJAIN.उज्जैन में पोहा फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। फैक्ट्री में आग लगने से 3 महिलाएं जिंदा जल गईं, जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई। वहीं फैक्ट्री में काम कर रही 1 महिला मजदूर भी बुरी तरह से झुलसी है, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया है। हादसा 16 सितंबर (शुक्रवार) शाम नागझिरी थाना क्षेत्र में उद्योगपुरी स्थित फैक्ट्री में हुआ। घटना के वक्त महिलाएं फैक्ट्री में काम कर रही थीं। घटना की सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।
हादसे में 3 महिला मजदूरों की मौत
घटनास्थल पर पुलिस और प्रशासन के अफसर भी मौजूद रहे । पुलिस और एंबुलेंस कर्मियों ने मृतक और झूलसे लोगों को बाहर निकाला। 1 घायल महिला को जिला अस्पताल भेजा। मृतकों में दुर्गाबाई पति राधेश्याम उम्र 45 साल निवासी बोरखेड़ी आगर मालवा, ज्योति पति पप्पू उम्र 25 साल निवासी नागझिरी, क्षमा बाई पति प्रभु लाल मालवीय उम्र 45 साल निवासी नेहरू नगर नागझिरी के रूप में पहचान हो पाई है। वहीं सीमा नाम की महिला को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया है।
आग पर काबू पाने के बाद जब तीन लाशें निकली तो आग से तीनों लाशें इस तरह जल चुकी थी की उन्हें पहचान पाना भी मुश्किल हो रहा था। लेकिन आग कैसे लगी ये साफ़ नहीं हो पाया है। लेकिन फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में पोहा बनाने का रॉ मटेरियल रखा था।
करंट से या जलने से मौत
घटना स्थल को देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है की आग इतनी भीषण नहीं रही होगी की तीन लोगो की मौत हो जाए। संभवतः तीनों की मौत करंट लगने से हुई है जिसके कारण वहां रखा रॉ मटेरियल ने आग पकड़ा ली और तीन मजदुर महिलाओं की मौत हो गई। हालांकि उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने इंड्रस्ट्री सेफ्टी और फायर सेफ्टी के अधिकारियों को तीन में जांच रिपोर्ट पेश करने का कहा है। इसके बाद ही स्थिति साफ़ हो पाएगी।
पुलिस ने शवों को भेजा अस्पताल
घटना के जानकारी के बाद मौके पर मौजूद फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम ने शवों को बाहर निकाला और सभी को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा, वहीं घायल महिला को अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। फिलहाल हादसे के कारण का अब तक खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। और हादसे की वजह का पता लगा रही है।लाश को पहचान पाना भी मुश्किल
सुरक्षा मानक था या नहीं इसके बाद कार्यवाही
बिंदल प्रोसेस के नाम से चलने वाली फैक्ट्री में पोहे बनाने का काम होता था। करीब 25 सालों से फैक्ट्री चल रही थी फैक्ट्री के मालिक राकेश बिंदल ने घटना को लेकर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया। घटना स्थल पर पहुंचे एसएसपी सत्येंद्र शुक्ल ने बताया की किन परिस्थियों में घटना , सुरक्षा मानक था या नहीं , इसको लेकर एफएसएल टीम को जांच करने के आदेश दिए जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके बाद कार्यवाही की जाएगी। संभवतः शार्ट सर्किट से आग लगी है।