Jabalpur. जबलपुर पुलिस ने चोरी की एक ऐसी वारदात का पर्दाफाश किया है जिसमें एक मोपेड शोरूम में काम करने वाले कर्मचारी ने पहले तो एक-एक करके शोरूम के गोदाम से 35 बाइक और मोपेड चुराईं और फिर उन्हें अपने परिचितों को औने-पौने दाम पर बेच दिया। यहां तक कि जिनके पास चोरी की मोपेड या बाइक खरीदने एकमुश्त रकम नहीं भी थी, उन्हें किश्तों पर मोपेड दे दी। घटना का खुलासा तब हुआ जब शोरूम संचालक ने गोदाम में वाहनों के स्टाक का मिलान करवाया। उसके होश उड़ गए कि गोदाम से एक-दो नहीं बल्कि पूरी 35 गाड़ियां गायब थीं। जिनकी कीमत तकरीबन 30 लाख रुपए से ज्यादा थी। परेशान शोरूम संचालक ने मामले की थाने में शिकायत की।
नवंबर से चल रही थी चोरी
ताज्जुब की बात यह है कि शोरूम संचालक की मानें तो वाहनों की एक-एक करके चोरी का यह कारनामा नवंबर महीने से जारी था और 22 जनवरी तक चला। दरअसल गाड़ियों को शोरूम से गोदाम तक लाने ले जाने का जिम्मा जिस कर्मचारी का था। वही इस चोरी का असली आरोपी निकला। शोरूम संचालक ने जब सारी बिल्टियां चैक कीं तब उसे इस बात का पता चला। जिसके बाद उसने थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई।
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पुलिस ने की पड़ताल तो हुए 21 लोग गिरफ्तार
इस मामले की पुलिस ने पड़ताल शुरू की और सबसे पहले शोरूम से गोदाम तक वाहन लाने-ले जाने वाले पूरन लाल चढार को अभिरक्षा में लिया। कड़ी पूछताछ में आरोपी टूट गया और उसने 35 गाड़ियां चुराना कबूल कर लिया। उसने बताया कि चोरी की 10 गाड़ियां उसके पास हैं। बाकी की मोपेड और बाइकें उसने अपनी जान पहचान वाले लोगों को औने-पौने दामों में बेच दीं। जिनके पास रुपए की व्यवस्था नहीं थी उनसे उसने किश्तें भी बांध लीं। पुलिस ने आरोपी के बताए हुए लोगों को चोरी की मोपेड्स के साथ दबोच लिया। इनमें से ज्यादातर लोगों ने तो एक-एक मोपेड खरीदी थीं। जबकि 4 आरोपियों ने दो-दो चोरी की मोपेड और बाइक खरीदी थीं। पुलिस ने चोरी के वाहन खरीदने वालों पर भी धारा 381 और 411 के तहत मामला दर्ज किया है। सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।