शेख रेहान, Khandwa. ओंकारेश्वर के कोठी गांव में एक दर्दनाक हादसा हो गया। साध्वी ऋतम्भरा के आश्रम की 4 छात्राओं की नर्मदा नहर में डूबने से मौत हो गई। चारों बच्चियां पांचवीं क्लास में पढ़ती थीं और खरगोन-बड़वानी के आदिवासी गांवों की रहने वाली थीं। बच्चियां साध्वी ऋतम्भरा के परमशक्ति पीठ आश्रम में रह रहीं थीं। बच्चियों की उम्र 10 से 11 साल के बीच में थी।
एक का पैर फिसला, बचाने में 3 डूबीं
बुधवार को सुबह 7 बजे 11 बच्चियां आश्रम के पीछे नर्मदा नहर में नहाने के लिए निकली थीं। 5 बच्चियां नहाने के बाद आश्रम लौट गईं। 6 बच्चियों में से एक बच्ची का सीढ़ियों पर काई में पैर फिसल गया और वो नहर में गिर गई। उसे बचाने के लिए बाकी पांचों सहेलियों ने नहर में छलांग लगा दी। 5 में से 2 बच्चियां किनारे पर सुरक्षित लौट आईं लेकिन 4 बच्चियां नहर में ही डूब गईं। इसके बाद गोताखोरों ने नहर से बच्चियों के शव निकाले।
बच्चियों ने पहली क्लास से लिया था एडमिशन
नर्मदा नहर में डूबने से दिव्यांशी, प्रतिज्ञा, वैशाली और अंजना की जान चली गई। सभी बच्चियों ने आश्रम में पहली क्लास से एडमिशन लिया था। बच्चियों के गांव में मातम का माहौल है।
आश्रम प्रबंधन पर उठे सवाल
आश्रम के पीछे वाली नर्मदा नहर कोठी से गुजरात की ओर जाती है। बच्चियां आश्रम से निकलकर नहर में नहाने जाती हैं। इसके पीछे आश्रम प्रबंधन की लापरवाही उजागर होती है। ग्रामीणों का कहना है कि बच्चियां रोज नहर में नहाने आती हैं। बच्चियों का कहना है कि आश्रम के बाथरूम टूट चुके हैं। आश्रम में नहाने की सुविधा नहीं है इसलिए बच्चियां नहर में नहाने जाती हैं। आश्रम प्रबंधन पर कई सवाल उठ रहे हैं।