Rajgarh: ग्राम कड़िया सांसी निवासी शुभम सिसोदिया पिता लाडनू सिंह सिसोदिया के साथ बोड़ा थाना व नरसिंहगढ़ थाने में दो दिनों तक बंदी बनाकर मारपीट के सम्बंध में दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही कर आवेदन दिया था। शुभम अपने परिवार कार्यक्रम में भैसवा माता जी गया था, जहां उस दिन दोपहर 2.30 बजे के लगभग बोड़ा पुलिस द्वारा कार्यक्रम में पहुंच गए, जहा आवेदक को बंदी बनाया व अपनी गाड़ी में बैठा लिया। इस दौरान शुभम द्वारा बार बार पुलिस पूछते रहे कि मुझ पर क्या अपराध है,इस विषय मे पुलिस ने कोई जवाब नहीं दिया जिसका वीडियो भी मौजूद है।
वहीं इस के बाद गाड़ी में बैठाकर बोड़ा थाने के लिये निकल गए वहीं रास्ते में भी मारपीट करते हुए बोड़ा थाने में भी जमकर मारपीट की, ओर उसके बाद मुझे नरसिंहगढ़ थाने भेज दिया गया। उसके बाद दूसरे दिन फिर बोड़ा लेकर आये जहां पर भी मेरे साथ काफी मारपीट की गई, जिसमें काफी चोंटे आई, कुछ कागजों में लिखापढ़ी करते हुए बोड़ा थाना प्रभारी रामनरेश राठौर ने 50 हजार रुपये लेकर छोड़ दिया। मुझे धमकी भी दी गई है कि इस मामले किसी को कुछ मत बताना नहीं तो फिर उठा लाएंगे।
चार आरक्षक निलंबित
बता दें कि ग्राम कड़िया सांसी निवासी युवक शुभम सिसोदिया के साथ बोड़ा थाना के आरक्षकों द्वारा बेरहमी से पिटाई की गई थी। बताया जा रहा है कि शुभम सिसोदिया को निजी कार्यक्रम से पुलिस लेकर आई थी बोड़ा थाने थाने लाकर बेल्ट और डंडे से की जमकर पिटाई जिसमें शुभम के कान के पर्दे भी फट गए। मामले की शिकायत राजगढ़ एसपी प्रदीप शर्मा से की गई। एसपी ने एक्शन लेते हुए चार आरक्षकों को निलंबित कर दिया, जिसमे बोड़ा थाने में पदस्थ आरक्षक भंवर सिंह परमार ,श्याम लाल, प्रवीण, वीरेंद्र रावत और गौरव रघुवंशी को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।