उज्जैन. यहां एक हैरतअंगेज कर देने वाला मामला सामने आया है। चाय की दुकान पर काम करने वाले एक युवक के बैंक खातों में 5 करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन हुआ। ये ट्रांजैक्शन तीन महीने के अंदर हुआ है। पूरा मामला खाताधारक राहुल मालवीय की जानकारी में था। राहुल इसकी एवज में 15 से 20 हजार रुपए लेता था। चौंकाने वाली ये है कि राहुल ने खुद इस मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में की है। हवाला के इस पूरे कांड में कार्रवाई की जगह वसूली करने के लिए एक कॉन्सटेबल को भी संस्पेंड कर दिया गया है।
ये है पूरा मामला: राहुल एक समय चाय की दुकान पर काम करता था। पिछले तीन चार माह से उसने चाय की दुकान से कम छोड़ दिया। इसी बीच उसके बैंक खातों में करोड़ों का लेनदेन हुआ। हवाला का पैसा खपाने वाले लोगों ने राहुल के आधा दर्जन बैंकों में खाते खुलवा लिए थे। सभी खातों में रोजाना लाखों रुपए का ट्रांजैक्शन होता था। राहुल को ये पूरा मामला पता था। तीन महीने के अंदर उसके खातों में 5 करोड़ रुपए आया। इसके बाद ये पैसा निकाल भी लिया गया। पैसा एटीएम या चेक के माध्यम से निकाल लिया जाता था। इस सब के लिए राहुल को 15 से 20 हजार रुपए महीना मिलता था।
25 लाख के मकान की कहानी: राहुल ने इसी पैसे से करीब 25 लाख का मकान भी खरीद लिया। जब बैंक के लोगों ने राहुल के खातों में लगातार लाखों रुपए आने पर उसे टोका तो राहुल घबरा गया और पुलिस के पास मदद के लिए गया। यहां से पुलिस का गेम शुरू हुआ। पुलिस ने भी राहुल को मोहरा बनाकर पैसा एठने की कोशिश की। इसी बीच जिन लोगों ने राहुल के खातों से ट्रांजैक्शन किया था। वह उज्जैन आए, उन्होंने पुलिस की मदद से राहुल के द्वारा खरीदे गए मकान को अपने नाम करवा लिया। राहुल ने पुलिस की कार्यशैली को लेकर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत की। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक उज्जैन सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने एक कॉन्स्टेबल को तत्काल सस्पेंड कर दिया। माधव नगर CSP हेमलता अग्रवाल मामले की जांच कर रही है।
इस तरह बनाया राहुल को मोहरा: इस मामले में राहुल ने पुलिस को जानकारी दी कि कुछ महीने पहले उसकी मुलाकात छत्तीसगढ़ के सत्यप्रकाश नाम के शख्स से हुई थी। सत्यप्रकाश ने इंदौर के कुछ लोगों से मिलवाया। उन्होंने खुद को सोशल मीडिया पर फनी वीडियो डालने का काम करने वाला बताया। राहुल को 7 दिनों तक इंदौर में रखकर इस पूरे काम की ट्रेनिंग दी। जिसके बाद राहुल के बैंक खाते खुलवाए गए और उन खातों के एटीएम और चेक बुक को खुद के पास रख लिया। वहीं, राहुल को बताया गया कि उक्त खातों में जो भी पैसा आएगा उसके एवज में उसे 15 से 20 हजार रु महीना मिलेगा।